रांची: कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण विभिन्न प्रदेश से श्रमिक पैदल ही अपने प्रदेश लौटने को अब तक विवश दिख रहे हैं. ऐसे श्रमिकों को कुछ संगठनों की ओर से लगातार मदद किया जा रहा है. इसी कड़ी में ईद के मौके पर भूखे श्रमिकों के बीच आदिवासी छात्र संघ ने सेवई का वितरण कर त्योहार की शुभकामनाएं दी. सैकड़ों श्रमिकों को इस दौरान खाना खिलाया गया.
सरहुल, रामनवमी की तरह ईद भी चढ़ा कोरोना का भेट
सरहुल, रामनवमी के साथ ईद भी कोरोना महामारी के प्रकोप का भेंट चढ़ गया. हर साल इन पर्वों को लेकर जो खुशनुमा माहौल रहता था. वह माहौल इस साल कोरोना काल के कारण बर्बाद हो गया. ईद के मौके पर भी लोग अपने-अपने घरों में ही नमाज अदा की लेकिन लॉकडाउन के कारण फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने प्रदेश के लिए चल पड़े हैं. उनके लिए क्या ईद और क्या दीपावली. नंगे पांव, भूखे पेट लगातार चल रहे हैं और अपने घर आने की जिद में अड़े है.
ये भी पढ़ें-बेरमो विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह का निधन, कांग्रेस में शोक की लहर
प्रवासी मजदूरों के बीच भोजन मुहैया
ऐसे मजबूर और परेशान श्रमिकों के लिए कुछ समाजसेवी संगठन आगे जरूर आ रहे हैं. इसी कड़ी में आदिवासी छात्र संगठन की ओर से रांची-डाल्टनगंज रोड पर आहार शिविर लगाकर ईद के मौके पर पैदल आ रहे श्रमिकों को खाना खिलाया गया, साथ ही ईद के प्रमुख व्यंजन सेवई खिलाकर उनका मुंह मीठा करवाया गया. इन दिनों बस, ट्रेन और ट्रक के अलावा लोग पैदल ही अपने राज्य लगातार लौट रहे हैं. इसी कड़ी में ऐसे लोगों को भोजन मुहैया कराने का काम भी करवाया जा रहा है, ताकि ये लोग भूखे-प्यासे ना रहे और जीवन जीने के लिए संघर्ष करें.