रांचीः राजधानी में प्रशिक्षित विशेष शिक्षक संघ के तत्वाधान में विशेष शिक्षक, दिव्यांग बच्चे और दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों ने संयुक्त रूप से जिला स्कूल से एक शांति मार्च निकाला. इनलोगों कहना है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम का झारखंड में पालन नहीं हो रहा है. जिससे उन्हें परेशानी हो रही है.
शिक्षा के अधिकार अधिनियम का नहीं हो रहा पालन
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत दिव्यांग बच्चों का नामांकन किसी भी सरकारी, गैर-सरकारी और सीबीएसई से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में बिना किसी परीक्षा लिए नामांकन कराने का आदेश है. इस आदेश का झारखंड में पालन नहीं हो रहा है. ऐसे और भी कई मांगों को लेकर लंबे अरसे से प्रशिक्षित विशेष शिक्षक संगठन द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. एक बार फिर इस संगठन ने अपनी पीड़ा इस मार्च के जरिए बताई है.
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हमें सहानुभूति नहीं सहयोग चाहिए
शांति मार्च में प्रशिक्षित विशेष शिक्षक संघ ने ' हमें सहानुभूति नहीं सहयोग चाहिए' इस स्लोगन के साथ राजधानी की सड़कों पर रैली निकाली. दरअसल दिव्यांग बच्चों और विशेष बच्चों के लिए सर्व शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत कई लाभ दिए गए हैं. झारखंड में इस अधिनियम का पालन सही तरीके से नहीं हो रहा है. इससे जुड़े ट्रस्ट और समितियों ने भी दिव्यांग जनों के लिए अब तक कोई ठोस पहल नहीं की है. ऐसे में आए दिन इन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इनके लिए कानून तो कई हैं, लेकिन उन कानूनों का भी पालन राज्य में नहीं हो रहा है. कई वर्षों से प्रखंड स्तर पर रिसोर्स टीचर की नियुक्ति नहीं की गई है.