रांची: झारखंड के कई जिलों के ग्रामीण इलाकों के लोग जंगली हाथियों से त्रस्त हैं. आए दिन जंगली हाथी गांव में घुस आते हैं और न सिर्फ फसलों को बर्बाद करते हैं, बल्कि लोगों के घरों को भी क्षति पहुंचाते हैं. कई बार तो गांव के लोग जंगली हाथियों के शिकार भी बन जाते हैं.
जंगली हाथी एनएच पर ना आ पाएं, इसके लिए उनके आवागमन के मद्देनजर अंडरपास बनाए जाएंगे. वनभूमि पर वृहद बांस पुनर्जनन के कार्य के तहत अगले तीन साल में 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य करने की योजना है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रोजेक्ट भवन में झारखंड राज्य वन्यजीव पर्षद की बैठक की और कई जरूरी निर्देश दिए. वन क्षेत्रों में ही ज्यादा से ज्यादा बांस लगाने और पानी की व्यवस्था करने को कहा गया. ताकि जंगली हाथियों को वनों में ही पर्याप्त भोजन मिल सके.
मुख्यमंत्री ने जंगली हाथियों के प्रभाव क्षेत्र वाले सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया कि अगर जंगली हाथी की वजह से किसी परिवार के मुखिया की जान जाती है, तो संबंधित परिवार के बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने वन्य क्षेत्र में आनेवाले सभी विद्यालयों में बच्चों के बीच वन्य प्राणियों के संरक्षण को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाने को कहा.