रांची : कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. सितंबर-अक्टूबर में तीसरी वेब के आने की आशंका जताी जा रही है. इस संक्रमण के कारण बच्चों और अल्प-वयस्कों पर प्रभाव पड़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है. दूसरे वेब को संभालने में हुई चूक से सबक लेते हुए अब झारखंड सरकार ने तीसरी वेब से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए झारखंड सरकार अब तक अमेरिका में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए आजमाए गए तरीके अपनाने की तैयारी कर रही है.
तीसरी लहर में सात लाख बच्चों के संक्रमित होने की आशंका
अमेरिका में कोरोना से बच्चों को बचाने के लिए अपनाए गए तौर तरीकों के आधार पर झारखंड सरकार यहां डॉक्टर्स को प्रशिक्षण, हॉस्पिटल में बेड और दवा उपलब्ध कराने की तैयारी में जुट गई है. स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर में झारखंड के पांच प्रतिशत बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका व्यक्त की है. राज्य में 18 वर्ष तक के 1.43 करोड़ बच्चे हैं. आशंका है कि तीसरी लहर में इनमें से लगभग सात लाख 17 हजार बच्चे संक्रमित हो सकते हैं. इनमें भी 2.87 लाख सिम्टोमेटिक हो सकते हैं. इनमें से लगभग तीन प्रतिशत बच्चों की स्थिति गंभीर होने का अंदेशा जताया जा रहा है.यानी लगभग 8610 बच्चे ऐसे होंगे, जिन्हें आइसीयू में भर्ती कराने की जरूरत पड़ सकती है.
सभी जिलों में जल्द व्यवस्था
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. अमेरिका में कोरोना से संक्रमित बच्चों को बचाने के लिए सभी बच्चों के डॉक्टर को प्रशिक्षित कर बड़े लोगों का इलाज करने के लिए लगाया गया था. झारखंड सरकार इसी तर्ज पर राज्य के सभी डॉक्टर्स को ट्रेंड कर रही है, जिससे बच्चों का इलाज हो सके. इसके अलावा राज्य सरकार ने पाकुड़, हजारीबाग, कोडरमा, रिम्स रांची आदि स्थानों में बच्चों के इलाज के लिए बेड,आईसीयू, ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था की है. जल्द ही अन्य जिलों में भी इस तरह की व्यवस्था कर ली जाएगी.