रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में मकर संक्रांति के दिन मरीजों को मिलने वाले नाश्ते के प्लेट में तिलकुट परोसा गया. रिम्स किचन की ओर से त्योहार को देखते हुए समय-समय पर उससे जुड़ी मिठाइयां या फिर भोजन उपलब्ध कराया जाता है. इसी कड़ी में मकर संक्रांति के अवसर पर मरीजों के प्लेट में तिलकुट परोसा गया. इस संबंध में रिम्स किचन में कार्यरत मैनेजर फैजल बताते हैं कि रिम्स अस्पताल में त्योहारों के हिसाब से मरीजों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है, ताकि मरीजों को यह अहसास नहीं हो कि वह अपने घर से दूर हैं.
मधुमेह के मरीजों के बीच शुगर फ्री तिलकुट का वितरणः कई बार अस्पताल में भर्ती मरीजों को पता भी नहीं चल पाता है कि किस दिन कौन सा त्योहार है. जब वह अपनी थाली में त्योहारों के हिसाब से भोजन देखते हैं, तब उन्हें अहसास होता है कि आज कोई त्योहार है. जिससे उन्हें भोजन में रुचि भी आती है. वहीं रिम्स किचन के कर्मचारी फैजल ने बताया कि तिलकुट में भी यह ख्याल रखा गया है कि जो मरीज शुगर या फिर अन्य बीमारी से ग्रसित हैं उनके पास शुगर फ्री तिलकुट ही पहुंचे.
रिम्स किचन की तरफ से खास व्यवस्थाः वहीं रिम्स के वार्डों में इलाज करा रहे मरीज के परिजनों ने बताया कि किचन की तरफ से की गई है व्यवस्था निश्चित ही मरीजों के मनोदशा पर बेहतर असर डालता है. क्योंकि मरीजों के लिए भोजन काफी जरूरी है. तीज-त्योहारों के समय में यदि भोजन में परिवर्तन होता है तो इससे मरीजों को काफी अच्छा लगता है. गौरतलब हो कि मकर संक्रांति के दिन रिम्स किचन की तरफ से सुबह के समय विशेष नाश्ता में तिलकुट दिया गया था.मकर संक्रांति के दिन नाश्ते की प्लेट में तिलकुट देखकर मरीजों के चेहरे पर भी खुशी देखने को मिली.
रिम्स में करीब 1700 मरीजों को तिलकुट उपलब्ध कराया गयाः बता दें कि राज्य का सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में करीब 1700 मरीजों को तिलकुट उपलब्ध कराया गया है. रिम्स किचन की तरफ से समय-समय पर विशेष भोजन की व्यवस्था कराई जाती है. खास कर 26 जनवरी, 15 अगस्त और विशेष पर्व पर मरीजों के मेन्यू में बदलाव किया जाता है. रिम्स किचन की तरफ से इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है की मेन्यू में जो बदलाव किए गए हैं वह मरीजों के सेहत के लिए कितना लाभदायक हैं.
रिम्स किचन के प्रयास की हुई सराहनाः ठंड में तिल के सेवन से शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को लाभ मिलता है. इसलिए डॉक्टर भी मरीजों को तिल का सेवन करने की सलाह देते हैं. बता दें कि रिम्स में राज्यभर के लोग इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. इसलिए यहां पर मरीजों की संख्या हजारों में होती है. सभी धर्मों के मरीज एक साथ एक ही वार्ड में अपना इलाज कराते हैं. ऐसे में रिम्स किचन की तरफ से किए गए इस प्रयास की मरीजों और उनके परिजनों ने काफी प्रशंसा की. रिम्स के अधिकारियों की तरफ से भी रिम्स किचन के प्रयास की सराहना की गई. प्रबंधन की ओर से इस तरह के पहल को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा.