रांची: नामकुम मनरेगा कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल के बाद ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री से मुलाकात की. जहां मंत्री ने कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया. इसके बाद सभी मनरेगा कर्मचारी अपने काम पर वापस लौटे हैं.
मनरेगा कर्मचारियों की तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ ने 29 जून से तीन दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया गया था, जिसमें गुरुवार को अपने कई मांगों को लेकर मंत्री से प्रोजेक्ट भवन में मनरेगा कर्मचारी संघ के सदस्य मुलाकात करने के लिए गए. जहां मनरेगा संबंधित बकाए भुगतान, वेतनमान जैसे मुद्दों से अवगत कराया गया. इसके बाद तीन दिवसीय हड़ताल को समाप्त किया गया.
मंत्री के सामने रखी 5 सूत्री मांग
ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री से मुलाकात के बाद में अपनी 5 सूत्री मांगों से अवगत कराया, जिसमें मंत्री की तरफ से इन सभी लोगों की मांग को मान लिया गया और वापस काम पर आने का आदेश दिया गया.
इसे भी पढ़ें-रांची: कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने सीएम हेमंत से की मुलाकात, भवनाथपुर के डोलोमाइट माइंस को खोलने का किया आग्रह
बता दें कि 194 रुपये मजदूरी दर पर यह मनरेगा मजदूर प्रतिदिन काम करते हैं, जिससे इनकी आजीविका नहीं चल पाती है. सभी पंचायतों 250 मजदूरों का ही काम करने का मौका मिलता है, जिस से भी काफी परेशानियों का सामना इन मनरेगा मजदूरों को होती है. सरकार से अवगत कराने के बाद अब पंचायत सेवकों को भी सभी मजदूरों को मजदूरी देना पड़ेगा.