रांची: जिला में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने रंगदारी वसूली के लिए नक्सली संगठन पीएलएफआई से अलग होकर मख्यार ग्रुप नाम के उग्रवादी संगठन बनाने वाले कुख्यात दिनेश खेरवार उर्फ राजा को उसके दो साथियों के साथ धर दबोचा है. तीनों की गिरफ्तारी रांची के लापुंग इलाके से की गई है.
सीनियर एसपी को मिल रही मख्यार ग्रुप की शिकायत
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा को लगातार की सूचनाएं मिल रही थी कि राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों में मख्यार ग्रुप नाम का एक संगठन लोगों से रंगदारी वसूल रहा है और हथियार की तस्करी में भी लिप्त है. इस संगठन का सुप्रीमो पूर्व पीएलएफआई नक्सली दिनेश खेरवार है. दिनेश ने सिर्फ रंगदारी के जरिए पैसे कमाने के लिए ही अपने संगठन का गठन किया और इलाके में लोगों को डरा धमका कर रंगदारी वसूल रहा था. यह संगठन इलाके में अपराधियों के बीच हथियार की तस्करी भी कर रहा था. इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर लापुंग इलाके से संगठन का मुखिया दिनेश और उसके दो साथी मसीह प्रकाश और जट्टू भगत धर दबोचे गए. तीनों लापुंग इलाके में एक कारोबारी से रंगदारी वसूलने आए थे उसी समय पुलिस ने तीनों को धर दबोचा. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं.
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4 साल पहले छोड़ा था संगठन
पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ हुई अनबन के बाद दिनेश खेरवार ने पीएलएफआई से अलग होकर मख्यार ग्रुप के नाम से अपना संगठन तैयार कर लिया, जिसमें जेल से छूटे अपराधियों और उग्रवादियों को जोड़ा गया. इसके बाद ठेकेदारों, राशन डीलरों और कारोबारियों से लेवी वसूली की शुरुआत की गई. यहां तक कि यह संगठन सुपारी लेकर हत्या की वारदात को भी अंजाम देने लगा था. इसी साल 20 जुलाई को कर्रा प्रखंड के जरिया गढ़ निवासी वीरेंद्र नाग की भी इसी संगठन ने हत्या की थी. उस समय इस गिरोह के अपराधी धर दबोचे गए थे.
बाकी सदस्यों की तलाश
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि इस गिरोह के फरार चल रहे सदस्यों की पहचान हो गई है, उनकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है.