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एक ऑटो चालक की बेटी ने मनवाया अपनी प्रतिभा का लोहा, आर्थिक तंगी के बावजूद हासिल किया गोल्ड मेडल - autonomous marwari college

रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में एक ऑटो चालक की बेटी ने आर्थिक तंगी के बावजूद नागपुरी भाषा में गोल्ड मेडल हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. इस अवसर पर आयोजीत दीक्षांत समारोह में शिरकत करने आई द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को बधाई दी.

गोल्ड मेडलिस्ट पूजा
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Published : Sep 15, 2019, 11:38 PM IST

रांची: कहते हैं हौसले अगर बुलंद हो तो किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है और ऐसे ही एक प्रतिभा रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में देखने को मिली. दरअसल, सेरेमनी में एक ऑटो चालक की बेटी ने आर्थिक तंगी के बावजूद नागपुरी भाषा में गोल्ड मेडल हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया.

देखें पूरी खबर
ऑटो चालक की इस बेटी का नाम पूजा कश्यप है वह खुद कहती हैं कि उनके माता-पिता ने काफी कठिनाई से उनको पढ़ाया है. पिता ऑटो चालक है तो मां दूसरे के घर में काम करती है. आज वह गोल्ड मेडल हासिल कर फुले नहीं समा रही है.


इस दौरान आई थी द्रौपदी मुर्मू
राजधानी रांची के ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज की ग्रेजुएशन सेरेमनी रांची विश्वविद्यालय के मोहराबादी स्थित दीक्षांत मंडप में आयोजित की गई. जहां राज्यपाल श्रीमती द्रोपति मुर्मू ने 59 विद्यार्थियों के बीच 63 गोल्ड मेडल वितरित किया. जिसमें से 44 गोल्ड मेडल में छात्राओं ने कब्जा जमाया. इस अवसर पर आयोजीत दीक्षांत समारोह में शिरकत करने आई द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को बधाई दी. वहीं, इस अवसर पर विवाद भी हो गया.

यह भी पढ़ें- चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के चुनाव का परिणाम घोषित, कुणाल अजवानी की टीम ने हासिल की जीत


क्यों हुआ विवाद
दीक्षांत समारोह में यूजी की बेस्ट ग्रेजुएट बीएससी मैथ्स की निसहत को राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल नहीं दिया जा सका. कारण था वह ड्रेस कोड में नहीं बल्कि बुर्के में आई. इस वजह से मारवाड़ी कॉलेज के प्रधानाध्यापक ने यह कहा कि नियम सबके लिए एक है. छात्रा को लाख समझाने के बावजूद वह इसके लिए तैयार नहीं हुई. अंत में उसे कॉलेज से डिग्री और मेडल लेने को कहा गया.


ये बने गोल्ड मेडलिस्ट
यूजी पीजी के दो से सत्र 2011 - 14 और 2012- 15 और पीजी 2012 -14 और 2013- 15 को उपाधि प्रदान किया गया. यूजी के सत्र 2011- 14 का बेस्ट ग्रेजुएट का बीएससी मैथ की निसहत फातिमा बनी .पीजी सत्र में 2012 -14 का ओवरऑल टॉपर एमसीए के अदनान अनवर बने .यूजी सत्र का बेस्ट ग्रैजुएट मैथ्स के सोबिक दास और पीजी सत्र 2013- 15 का ओवरऑल टॉपर एमबीए की विनीता कुमारी रही.

रांची: कहते हैं हौसले अगर बुलंद हो तो किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है और ऐसे ही एक प्रतिभा रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में देखने को मिली. दरअसल, सेरेमनी में एक ऑटो चालक की बेटी ने आर्थिक तंगी के बावजूद नागपुरी भाषा में गोल्ड मेडल हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया.

देखें पूरी खबर
ऑटो चालक की इस बेटी का नाम पूजा कश्यप है वह खुद कहती हैं कि उनके माता-पिता ने काफी कठिनाई से उनको पढ़ाया है. पिता ऑटो चालक है तो मां दूसरे के घर में काम करती है. आज वह गोल्ड मेडल हासिल कर फुले नहीं समा रही है.


इस दौरान आई थी द्रौपदी मुर्मू
राजधानी रांची के ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज की ग्रेजुएशन सेरेमनी रांची विश्वविद्यालय के मोहराबादी स्थित दीक्षांत मंडप में आयोजित की गई. जहां राज्यपाल श्रीमती द्रोपति मुर्मू ने 59 विद्यार्थियों के बीच 63 गोल्ड मेडल वितरित किया. जिसमें से 44 गोल्ड मेडल में छात्राओं ने कब्जा जमाया. इस अवसर पर आयोजीत दीक्षांत समारोह में शिरकत करने आई द्रौपदी मुर्मू ने छात्रों को बधाई दी. वहीं, इस अवसर पर विवाद भी हो गया.

यह भी पढ़ें- चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के चुनाव का परिणाम घोषित, कुणाल अजवानी की टीम ने हासिल की जीत


क्यों हुआ विवाद
दीक्षांत समारोह में यूजी की बेस्ट ग्रेजुएट बीएससी मैथ्स की निसहत को राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल नहीं दिया जा सका. कारण था वह ड्रेस कोड में नहीं बल्कि बुर्के में आई. इस वजह से मारवाड़ी कॉलेज के प्रधानाध्यापक ने यह कहा कि नियम सबके लिए एक है. छात्रा को लाख समझाने के बावजूद वह इसके लिए तैयार नहीं हुई. अंत में उसे कॉलेज से डिग्री और मेडल लेने को कहा गया.


ये बने गोल्ड मेडलिस्ट
यूजी पीजी के दो से सत्र 2011 - 14 और 2012- 15 और पीजी 2012 -14 और 2013- 15 को उपाधि प्रदान किया गया. यूजी के सत्र 2011- 14 का बेस्ट ग्रेजुएट का बीएससी मैथ की निसहत फातिमा बनी .पीजी सत्र में 2012 -14 का ओवरऑल टॉपर एमसीए के अदनान अनवर बने .यूजी सत्र का बेस्ट ग्रैजुएट मैथ्स के सोबिक दास और पीजी सत्र 2013- 15 का ओवरऑल टॉपर एमबीए की विनीता कुमारी रही.

Intro:रांची।

राजधानी रांची के ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज की ग्रेजुएशन सेरेमनी रांची विश्वविद्यालय के मोराबादी स्थित दीक्षांत मंडप में आयोजित की गई .जहां राज्यपाल श्रीमती द्रोपति मुर्मू द्वारा 59 विद्यार्थियों के बीच के बीच 63 गोल्ड मेडल वितरित किया गया. हालांकि 44 गोल्ड मेडल में छात्राओं ने कब्जा जमाया.वहीं एक ऑटो चालक की बेटी ने भी आर्थिक तंगी के बावजूद गोल्ड मेडल हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया...


Body:कहते हैं हौसले अगर बुलंद हो तो किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है और ऐसे ही एक प्रतिभा रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध ऑटोनॉमस मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में देखने को मिला. दरअसल मोराबादी स्थित दीक्षांत मंडप में मारवाड़ी कॉलेज की तीसरी ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन किया गया .इस सेरेमनी में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू शामिल हुई जहां उन्होंने टॉपर्स के बीच 63 गोल्ड मेडल वितरित किया .इसमें 44 गोल्ड मेडल पर छात्राओ का कब्जा रहा. और इन छात्राओं के बीच एक ऐसी भी छात्रा दिखी जो आर्थिक तंगी और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सब्जेक्ट बेस्ट गोल्ड मेडल का खिताब हासिल किया. वह भी नागपुरी जैसे विषय में .वह खुद कहती हैं कि उनके माता-पिता काफी कठिनाई से उनको पढ़ाया है .पिता ऑटो चालक है तो मा दूसरे के घर में काम करती है .आज वह गोल्ड मेडल हासिल कर फुले नहीं समा रही है .हमारी टीम के साथ बातचीत के दौरान छात्रा काफी खुश नजर आई.

बाइट-पूजा कक्षप ,गोल्ड मेडलिस्ट, नागपुरी.


Conclusion:यूजी पीजी के दो से सत्र 2011 - 14 और 2012- 15 और पीजी 2012 -14 और 2013- 15 को उपाधि प्रदान किया गया. यूजी के सत्र 2011- 14 का बेस्ट ग्रेजुएट का बीएससी मैथ की निसहत फातिमा बनी .पीजी सत्र में 2012 -14 का ओवरऑल टॉपर एमसीए के अदनान अनवर बने .यूजी सत्र का बेस्ट ग्रैजुएट मैथ्स के सोबिक दास और पीजी सत्र 2013- 15 का ओवरऑल टॉपर एमबीए की विनीता कुमारी रही .


हालांकि इस दौरान यूजी के बेस्ट ग्रेजुएट का बीएससी मैथ्स की निसहत को राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल नहीं दिया जा सका. कारण था वह ड्रेस कोड में नहीं आई थी .इस वजह से मारवाड़ी कॉलेज के प्रधान अध्यापक द्वारा यह कहा गया कि नियम सबके लिए एक है. दरअसल छात्रा काले कपड़े (बुर्का) में गोल्ड मेडल लेना चाहती थी छात्रा को लाख समझाने के बावजूद वह इसके लिए तैयार नहीं हुई. अंत में उसे कॉलेज से डिग्री और मेडल लेने को कहा गया.


बाइट-श्रीमती द्रौपदी मुर्मू राज्यपाल झारखंड
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