रांचीः राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 26 हजार पद रिक्त हैं. इसके अलावा सरकार ने 71 हजार नए पद सृजित करने का भी निर्णय लिया है. पारा शिक्षकों के मामले को सुलझाने के बाद प्राथमिक शिक्षक के लिए एक परीक्षा आयोजित की जाएगी. इसी के आधार पर नियुक्ति की जाएगी. इन पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पास होना जरूरी होगा. झारखंड में शिक्षा विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है.
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जानकारी के मुताबिक जल्द ही राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शिक्षकों के 26 हजार पद भरे जाने की प्रक्रिया शुरू होगी. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इसे लेकर अपनी सहमति दे दी है. शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार के निर्णय के तहत प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों का झारखंड में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा पास होना अनिवार्य होगा. सरकार के प्रावधान के तहत आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए इस प्रावधान को शिथिल भी किया जा सकता है.
बताते चलें कि हाई स्कूल, प्लस टू विद्यालय नियुक्ति नियमावली के बाद प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली को भी स्वीकृति मिल गई है. इससे शिक्षक पात्रता परीक्षा पास लगभग एक लाख अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. नई नियमावली के तहत टेट में सफल अभ्यर्थियों के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी. यह परीक्षा झारखंड कर्मचारी चयन आयोग कंडक्ट करेगा. जिला रोस्टर के आधार पर परीक्षाएं आयोजित होगी.
वर्ष 2015-16 नियुक्ति में हुई थीं गड़बड़ियां: राज्य में प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में वर्ष 2015-16 में नियुक्ति हुई थी. उस दौरान टेट सफल अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति कर ली गई थी. जिला स्तर पर इस नियुक्ति में कई गड़बड़ियां सामने आईं थीं . फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर भी नियुक्त किए जाने का मामला सामने आया था. इसी को देखते हुए नियमावली में बदलाव करते हुए टेट पास सफल अभ्यर्थियों के लिए एक परीक्षा आयोजित कर ही रिक्त पदों पर नियुक्ति किए जाने का फैसला किया गया है.