रांचीः निलंबित इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े हवाला कारोबारी ताराचंद की गिरफ्तारी के बाद वीरेंद्र राम की काली कमाई से जुड़े कई बड़े खुलासे हुए हैं. ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि वीरेंद्र राम ने 121.83 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग की है. इसके लिए हवाला कारोबार से जुड़े ताराचंद के तीन फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया था.
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खातों का एनालिसिस किया ईडी नेः ईडी ने श्री खाटूश्याम ट्रेडर्स, अनिल कुमार गोविंद राम और ओम ट्रेडर्स के खातों का एनालिसिस किया है. ये तीनों कंपनियां सचिन गुप्ता के नाम पर खोली गई थी. बाद में ईडी को जानकारी मिली कि सचिन गुप्ता के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे ताराचंद ने ही कंपनियां खोली हैं. ताराचंद के तीनों बैंक खातों की जांच के दौरान पता चला कि इन खातों में 121.83 करोड़ रुपये क्रेडिट हुए थे. ईडी ने जांच में पाया है कि जनवरी 2023 में दिल्ली में संपत्ति की खरीद के लिए जो चार करोड़ रुपये वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के केनरा बैंक के खाते में डाले गए थे, उनमें इन तीन बैंक खातों का इस्तेमाल हुआ था.
ताराचंद, रामप्रकाश को भेजा जेलः हवाला कारोबार से जुड़े ताराचंद और राम प्रकाश भाटिया को ईडी ने रविवार को जेल भेज दिया. इस मामले में नीरज मित्तल को ईडी ने शुक्रवार को ही गिरफ्तार किया था. आज(सोमवार) से ईडी तीनों आरोपियों को एक साथ रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. ईडी ने जांच में पाया है कि ताराचंद के द्वारा फर्जी नाम से खोले गए खातों में मनी लॉन्ड्रिंग की राशि की एकमोडेशन एंट्री होती थी, इसके बाद इसे गेंदा राम या अन्य लोगों के खाते में ट्रांसफर किया जाता था. बदले में ताराचंद को कमीशन के तौर पर मोटी रकम मिलती थी.
वीरेंद्र राम ने 22.50 करोड़ में खरीदी थी साकेत की जमीनः ईडी ने जांच में पाया है कि जनवरी 2023 में ई-8 सतबरी अंसल, साकेत नई दिल्ली में अपने पिता के नाम पर 22.50 करोड़ में संपत्ति खरीदी थी. इसमें चार करोड़ का भुगतान अलग अलग बैंकिंग चैनल के जरिए कराया गया था, जबकि वीरेंद्र राम ने 18.50 करोड़ रुपये नकदी दिए थे. जांच में यह बात सामने आयी है कि वीरेंद्र राम ने पांच करोड़ कैश दिल्ली के सीए मुकेश मित्तल को भिजवाए थे. मुकेश मित्तल ने कुछ कंपनी व अपने ही कर्मियों व रिश्तेदारों के नाम पर खोले गए बैंक खातों के जरिए इन पैसों की इंट्री गेंदा राम के पिता के केनरा बैंक के खाते 127000628767 में करायी.
मनी लाउंड्रिंग का चेन कैसे करता था कामः वीरेंद्र राम मनी लॉन्ड्रिंग के पैसे जमशेदपुर से दिल्ली भेजता था. रवि बाधवानी यहां से पैसे ले जाकर मुकेश मित्तल को सौंपता था. इसके बाद मुकेश मित्तल से पैसे लेकर राम प्रकाश भाटिया पैसों की एंट्री मनीष, राकेश कुमार केडिया और नेहा श्रेष्ठ के नाम से खोले गए खातों में करता था. भाटिया कैश राशि नीरज मित्तल को भी देता था. जिसके बाद नीरज पैसों की एंट्री व फर्जी बिल बनाता था. बदले में राम प्रकाश भाटिया, मुकेश मित्तल से कुल राशि का 0.75 प्रतिशत व नीरज मित्तल से 0.20 प्रतिशत कमीशन लेता था. राम प्रकाश भाटिया को एंट्री के बदले मुकेश मित्तल ने सात लाख रुपये दिए थे.
गिरफ्तारी के बाद रामप्रकाश को एयरलिफ्ट कर लाया गया रांचीः ईडी ने 24 जून को रामप्रकाश को दिल्ली के ईडी मुख्यालय में गिरफ्तार कर लिया था. बाद में उसे विस्तारा की फ्लाइट से एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया. वहीं तारांचद से भी दिल्ली में ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर देवीदत्त षाडंगी ने पूछताछ की, इसके बाद रांची जोनल ऑफिस लाकर उसे गिरफ्तार किया गया. ईडी अधिकारियों के मुताबिक, जांच के दौरान ताराचंद व रामप्रकाश ने ईडी को सहयोग नहीं किया, ऐसे में दोनों को गिरफ्तार किया गया.