रांची: आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टयों के बीच वाक्युद्ध छिड़ गया है. इसी क्रम में प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने गुरुवार को दावा किया कि प्रदेश की सत्तारूढ़ सरकार झामुमो से डरी हुई है. झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यही कारण है कि मुख्यमंत्री बार-बार संथाल परगना का दौरा कर रहे हैं. वहीं हाट बाजार में जाकर वहां के लोगों को प्रलोभन दे रहे हैं.
बीजेपी के खाते में संथाल परगना से एक भी सीट नहीं जाएगी
भट्टाचार्य ने दावा किया कि संथाल परगना के 18 में से एक भी सीट बीजेपी के खाते में नहीं जाएगी चाहे पार्टी और उसके नेता कितना भी जोर लगा ले. उन्होंने मुख्यमंत्री के भाषणों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री राज्य को आदिवासी मुक्त करने की बात करते हैं तो वहीं गुरुवार को नाला में आयोजित सभा में वे कहते हैं कि बूढ़े-बुढियों के मरने का वक्त आ गया है, यह उनकी दोहरी मानसिकता को दर्शाता है.
यह भी पढ़ें- झारखंड के विधानसभा चुनाव में महिलाओं की 10 फीसदी भागीदारी, देखिए ये रिपोर्ट
विरोध करने वालों को दी जा रही है धमकी
सुप्रयो भट्टाचार्य का कहना है कि राज्य में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं और पारा टीचर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है. राजभवन के बाहर खुले आसमान के नीचे आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका धरने पर बैठी हैं लेकिन सरकार उन्हें जल्द से जल्द ड्यूटी जॉइन करने की धमकी दे रही है ना कि उनके बारे में विचार कर रही है. इससे साफ पता चलता है कि सरकार को जनता कि कोई फिक्र नहीं है.
बीजेपी पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का लगाया आरोप
सुप्रियो भट्टाचार्य ने बीजेपी पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने का भी आरोप लगाया. वहीं बीजेपी के नेता चिन्मयानंद और कुलदीप सिंह सेंगर के विरूद्ध कोई कदम नहीं उठाए जाने पर भी बीजेपी पर तीखा प्रहार किया.
यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री ने जन आशीर्वाद यात्रा किया प्रारंभ, झारखंड में भाजपा की सरकार बनाने के लिए लोगों से मांगा आशीर्वाद
आजसू कर रही सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग
उन्होंने कहा कि बीजेपी के सहयोगी दल आजसू पार्टी सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग कर रही है. झारखंड लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की तरफ से रामगढ़, गिरीडीह और हजारीबाग जिलों में दी जाने वाली कुर्सियां और कंबल में आजसू का स्टीकर लगा कर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह सरकारी परिसंपत्ति है लेकिन इसका क्रेडिट बीजेपी की सहयोगी आजसू पार्टी ले रही है, जो गलत है.