रांची: मॉनसून सत्र में हंगामे के बीच पास हुआ कृषि बिल और लेबर कोड बिल को लेकर पूरे देश में विरोध की आवाज मजबूत होते जा रही है. इसी को लेकर झारखंड में भी सत्ता पक्ष के जेएमएम पार्टी ने भी अपना विरोध जताते हुए कहा कि जिस प्रकार से केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी मजदूरों के लिए काला कानून लाने का काम किया है, इससे अब सिर्फ विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के कई लोग भी नाराज दिख रहे हैं.
बीएमएस क्यों कर रही विरोध
झामुमो के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरएसएस के मजदूर संघ बीएमएस के विरोध को चिन्हित करते हुए कहा कि बीजेपी को यह जवाब देना चाहिए कि आखिर उनकी मातृ संगठन कहे जाने वाला आरएसएस इस बिल का क्यों विरोध कर रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार मजदूरों के खिलाफ लेबर कोर्ट बिल लाने का काम किया है, जिसमें मजदूरों के अधिकारों का सीधा हनन हो रहा है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले किसानों की कमर तोड़ने के लिए यह कानून लाया गया है. वहीं उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के संरक्षण में अंबानी और अडानी जैसे पूंजीपतियों को सीधा लाभ पहुंच रहा है.
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भारतीय जनता पार्टी कर रही शोषण
वहीं जेएमएम के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि समाज और अर्थव्यवस्था की गर्दन कहे जाने वाले हमारे मजदूरों को भी भारतीय जनता पार्टी शोषण करने का काम कर रही है. जिस प्रकार से मजदूरों के खिलाफ लेबर कोर्ट बिल लाया गया है, इससे साफ प्रतीत होता है कि अब देश में कंपनी राज स्थापित हो गया है और मजदूरों को शोषित करने के लिए मालिकों को कानूनी रूप से अधिकार भी दे दिया गया है.