रांचीः झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा आयोजित नगरपालिका संवर्ग संयुक्त स्तरीय परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में शुक्रवार को छात्र सड़क पर उतरे. मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक सड़क मार्च कर छात्रों ने अपना गुस्से का इजहार किया. छात्रों का मानना था कि आयोग द्वारा 29 अक्टूबर को आयोजित परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है, इस परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करके एक बार फिर से आयोग परीक्षा आयोजित करे. सड़क पर उतरे इन छात्रों के द्वारा जमकर सरकार विरोधी नारा लगाया गया और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग पर सीट को बेचने का आरोप लगाया गया.
प्रश्नपत्र में गड़बड़ी के आरोप में पांच परीक्षा केंद्रों की परीक्षा रद्दः परीक्षार्थियों की शिकायत के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने हालांकि गुरुवार को पांच परीक्षा केंद्रों की परीक्षा रद्द करते हुए फिर से परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है. इसके बावजूद छात्र नाराज हैं और पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि जिस तरह से परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र के पेपर सील क्षतिग्रस्त पाये गए और प्रश्न पुस्तिकाओं के उपर क्रमांक में गड़बड़ी देखी गई इससे साफ पता चलता है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है और आयोग ने जानबूझकर सीटों को बेचने के लिए इस तरह का कदम उठाया है.
छात्र नेता मनोज यादव में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यदि पूरी परीक्षा रद्द नहीं की गई तो इससे भी बड़ा उग्र आंदोलन आने वाले समय में होगा. इधर छात्रों और विभिन्न संगठनों के आंदोलन की वजह से राजधानी में जाम ही जाम रहा. राजभवन से होकर गुजरने वाली हर सड़क पर गाड़ियां सड़कती रही और लोग घंटों जाम में फंसे रहे. पुलिस प्रशासन के द्वारा जगह-जगह बैरिकेडिंग करके आंदोलनकारियों को राज भवन के समीप धरना स्थल पर बैठाने की कोशिश की जाती रही, लेकिन बीच सड़क पर आंदोलनकारियों की भीड़ की वजह से जाम लगा रहा.
921 पदों के लिए 29-30 अक्टूबर को हुई थी परीक्षाः नगरपालिका सेवा संवर्ग के विभिन्न पदों के लिए 29 और 30 अक्टूबर को रांची सहित पांच जिलों में परीक्षा आयोजित की गई है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 921 पदों के लिए निकाले गए इस विज्ञापन में राजस्व निरीक्षक, उद्यान अधीक्षक, स्वच्छता एवं खाद्य निरीक्षक सहित विभिन्न पद हैं. ओएमआर शीट के जरिए दो-दो घंटे के दो पेपर की हुई इस परीक्षा में कई विषय के प्रश्न पुस्तिका का सील पेपर पहले से फटा हुआ पाया गया था.