ETV Bharat / state

Ranchi News: छात्र संगठनों ने रांची में निकाला मशाल जुलूस, सोमवार को बुलाए गए झारखंड बंद को सफल बनाने का किया आह्वान

रांची में विभिन्न छात्र संगठनों की ओर झारखंड बंद के समर्थन में मशाल जुलूस निकाला. झारखंड सरकार की नियोजन नीति के विरोध में सोमवार को छात्र संगठनों की ओर से झारखंड बंद का आह्वान किया गया है.

http://10.10.50.75//jharkhand/09-April-2023/jh-ran-01-pkg-bandi-7203712_09042023201033_0904f_1681051233_540.jpg
Student Organizations Torch Procession In Ranchi
author img

By

Published : Apr 9, 2023, 10:09 PM IST

रांची: झारखंड में नई नियोजन नीति को लेकर पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. 60-40 फॉर्मूले पर लायी गई नियोजन नीति के खिलाफ राज्य भर में छात्र आंदोलनरत हैं. नियोजन नीति के विरोध में 10 अप्रैल को कई संगठनों के द्वारा झारखंड बंद का आह्वान किया गया है. इसको लेकर राजधानी रांची में झारखंड बंद की पूर्व संध्या पर रविवार को कई संगठनों के द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया.

ये भी पढे़ं-भाजपा और छात्र आंदोलन को लेकर अलर्ट पर पुलिस-प्रशासन, शहर में किए जा रहे सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त

नियोजन नीति में बदलाव करने मांगः मशाल जुलूस में शामिल झारखंड उलगुलान मोर्चा के अध्यक्ष रवि पीटर ने बताया कि झारखंड राज्य एक अमीर राज्य है. उसके बावजूद भी यहां के आदिवासी और मूलवासी गरीबी में गुजर-बसर करने के मजबूर हैं. क्योंकि बाहरी लोग राज्य में अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं. ऐसे में सरकार द्वारा लायी गई नियोजन नीति कहीं ना कहीं झारखंड के स्थानीय और मूलवासियों को और भी ज्यादा कमजोर बना देगी. राज्य के मूलवासियों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए नियोजन नीति में बदलाव करने की आवश्यकता है.

बंद को सफल बनाने के लिए छात्र संगठनों से मांगा सहयोगः वहीं मशाल जुलूस का नेतृत्व कर रहे इमाम सफी ने बताया कि मशाल जुलूस के माध्यम से झारखंड के 24 जिलों के अभ्यर्थियों से आग्रह करते हैं कि कल 10 अप्रैल की बंद को सफल बनाने में सहयोग करें, ताकि राज्य सरकार नई नियोजन नीति में बदलाव लाने को बाध्य हो सकें. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बंद को असफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है. कई लोगों को प्रशासन की ओर से रोकने का प्रयास किया गया है, लेकिन छात्रों का आक्रोश ही बंद को सफल बनाएगा और सरकार हमारी मांग पर विचार के लिए बाध्य होगी.

ये संगठन 10 अप्रैल को बुलाये गए बंद में रहेंगे शामिलः वहीं जुलूस में शामिल छात्र संगठन से जुड़े युवाओं ने बताया कि 10 अप्रैल को झारखंड बंद में झारखंड यूथ एसोसिएशन, झारखंड उलगुलान मोर्चा, संथाल परगना फाइटर आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी मूलवासी संगठन सहित विभिन्न संगठन के समर्थन का समर्थन है.

ये संगठन 10 अप्रैल को झारखंड बंद के समर्थन में नहींः वहीं नई नियोजन नीति के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले देवेंद्र महतो और मनोज यादव के संगठन झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन 10 अप्रैल को झारखंड बंद के समर्थन में नहीं है. देवेंद्र महतो ने बताया कि 10 अप्रैल के बंद में हमारा छात्र संगठन शामिल नहीं हैं. उन्होंने बताया शिक्षा मंत्री की आकस्मिक निधन की वजह से उनके संगठन ने झारखंड बंद की तिथि 17, 18 और 19 अप्रैल को तय की है.

रांची: झारखंड में नई नियोजन नीति को लेकर पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. 60-40 फॉर्मूले पर लायी गई नियोजन नीति के खिलाफ राज्य भर में छात्र आंदोलनरत हैं. नियोजन नीति के विरोध में 10 अप्रैल को कई संगठनों के द्वारा झारखंड बंद का आह्वान किया गया है. इसको लेकर राजधानी रांची में झारखंड बंद की पूर्व संध्या पर रविवार को कई संगठनों के द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया.

ये भी पढे़ं-भाजपा और छात्र आंदोलन को लेकर अलर्ट पर पुलिस-प्रशासन, शहर में किए जा रहे सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त

नियोजन नीति में बदलाव करने मांगः मशाल जुलूस में शामिल झारखंड उलगुलान मोर्चा के अध्यक्ष रवि पीटर ने बताया कि झारखंड राज्य एक अमीर राज्य है. उसके बावजूद भी यहां के आदिवासी और मूलवासी गरीबी में गुजर-बसर करने के मजबूर हैं. क्योंकि बाहरी लोग राज्य में अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं. ऐसे में सरकार द्वारा लायी गई नियोजन नीति कहीं ना कहीं झारखंड के स्थानीय और मूलवासियों को और भी ज्यादा कमजोर बना देगी. राज्य के मूलवासियों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए नियोजन नीति में बदलाव करने की आवश्यकता है.

बंद को सफल बनाने के लिए छात्र संगठनों से मांगा सहयोगः वहीं मशाल जुलूस का नेतृत्व कर रहे इमाम सफी ने बताया कि मशाल जुलूस के माध्यम से झारखंड के 24 जिलों के अभ्यर्थियों से आग्रह करते हैं कि कल 10 अप्रैल की बंद को सफल बनाने में सहयोग करें, ताकि राज्य सरकार नई नियोजन नीति में बदलाव लाने को बाध्य हो सकें. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बंद को असफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है. कई लोगों को प्रशासन की ओर से रोकने का प्रयास किया गया है, लेकिन छात्रों का आक्रोश ही बंद को सफल बनाएगा और सरकार हमारी मांग पर विचार के लिए बाध्य होगी.

ये संगठन 10 अप्रैल को बुलाये गए बंद में रहेंगे शामिलः वहीं जुलूस में शामिल छात्र संगठन से जुड़े युवाओं ने बताया कि 10 अप्रैल को झारखंड बंद में झारखंड यूथ एसोसिएशन, झारखंड उलगुलान मोर्चा, संथाल परगना फाइटर आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी मूलवासी संगठन सहित विभिन्न संगठन के समर्थन का समर्थन है.

ये संगठन 10 अप्रैल को झारखंड बंद के समर्थन में नहींः वहीं नई नियोजन नीति के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले देवेंद्र महतो और मनोज यादव के संगठन झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन 10 अप्रैल को झारखंड बंद के समर्थन में नहीं है. देवेंद्र महतो ने बताया कि 10 अप्रैल के बंद में हमारा छात्र संगठन शामिल नहीं हैं. उन्होंने बताया शिक्षा मंत्री की आकस्मिक निधन की वजह से उनके संगठन ने झारखंड बंद की तिथि 17, 18 और 19 अप्रैल को तय की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.