रांचीः हिंदुओं के आराध्य बजरंगबली के खिलाफ झामुमो के वरिष्ठ नेता हेमलाल मुर्मू के बयान ने झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है. भाजपा ने इसे सनातन धर्म पर हमला बताया है. इसे आदिवासियों का अपमान बताया है. वहीं जेएमएम ने पलटवार करते हुए कहा है कि वे लोग ही बजरंगबली के असली भक्त हैं.
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि इंडिया गठबंधन के घटक दलों की सनातन धर्म के प्रति जहरीली सोच सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने बजरंगबली को अवैध जमीन पर कब्जा करने का जरिया बताया है. साथ ही उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया है. यह एक-एक सनातनी के लिए अपमान की बात है. उन्होंने कहा कि बजरंगबली आदिवासियों के भी आराध्य देव हैं. लिहाजा, हेमलाल मुर्मू ने पूरे आदिवासी समाज का भी घोर अपमान किया है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फौरन मांगी मांगनी चाहिए.
जवाब में झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि यूपी में संजय निषाद ने मर्यादा पुरूषोत्तम का अपमान किया था, नरेश अग्रवाल ने भी हिंदू धर्म और देवी देवताओं पर अमर्यादित बयान दिया था. जीतन राम मांझी ने भी हिंदू धर्म का अपमान किया था. तब ये लोग कहां थे. उन्होंने कहा कि हेमलाल मुर्मू ने कहा था कि सनातन धर्म का अपमान भाजपा करती है. बजरंगबली की प्रतिमा को बिना प्राण प्रतिष्ठा किए अपने स्वार्थ के लिए कहीं भी स्थापित कर देती है. हमलोग बजरंगबली के असली भक्त हैं. ये लोग खुद छद्म सनातनी हैं. हेमलाल मुर्मू के बोलने का मकसद अपमान करने का कतई नहीं था. इन लोगों ने कर्नाटक में भी बजरंगबली को मुद्दा बनाया था लेकिन बजरंगबली का गदा इन्हीं लोगों पर गिरा.
हेमलाल मुर्मू ने क्या कहा बजरंग बली को लेकरः दरअसल, इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने चलाया था. पिछले दिनों गोड्डा के बोआरीजोर में झामुमो का कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ था. उसको संबोधित करते हुए झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने कहा था कि चापाल मोजा में आदिवासियों की 300 एकड़ जमीन रिफ्यूजियों के नाम बंदोबदस्त कर दी गई. वहां रातों रात लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर (बजरंगबली) को खड़ा कर दिया है. समझे आप लोग लैंड एक्यूजिजेशन ऑफिसर... अरे बजरंग बली. हम बजरंग बली को भूमि अधिग्रहण पदाधिकारी कहते हैं. हम डीसी को फोन किए कि दो दिन के अंदर उस अफसर को गायब करिए. नहीं तो इतना बड़ा आदिवासी को तैयार कर देंगे कि इतना तीर चलेगा कि किसी को पता नहीं चलेगा कि आगे से चल रहा है कि पीछे से चल रहा है. तो कल तक हटाने का बात किया है. एसडीओ को बोले कि आप उठाकर ले जाइये. अपने कार्यालय में ले जाइये राजमहल और खूब पूजा कीजिए. वहां जीतना खिलाना है खिलाइये. इस दौरान हेमलाल मुर्मू ने अपशब्द भी कहे.
ईटीवी भारत की खबर पर हेमलाल ने दी सफाईः खास बात है कि इस खबर को ईटीवी भारत ने जब चलाया तो हेमलाल मुर्मू ने फौरन सफाई दी. उन्होंने कहा कि हमारी वैसी कोई मंशा नहीं थी. हम देवी-देवताओं का सम्मान करते हैं. हमने कभी नहीं बोला कि बजरंगबली को हटाने के लिए संथालों का हुजूम जाएगा. इसको मेन्यूप्लेट करके छापा गया है. उन्होंने बाद में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हमारा परिवार तीज पर्व, छठ पर्व मनाता है. हमारा अपमान करने का मकसद नहीं है. मामला तालझारी ब्लॉक का था. वहां आदिवासियों की जमीन को रिफ्यूजी के नाम से बंदोबस्त कर दिया गया है. उस जमीन का मामला अभी हाईकोर्ट में चल रहा है.