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झारखंड में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी, जानें क्या है वजह - Nodal Officer Dr. Ajit Kumar

झारखंड में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार काफी धीमी है. इसका वजह है कि रजिस्ट्रेशन कराने और स्लॉट लेने में काफी परेशानी हो रही है. हालांकि, राज्य में कोरोना टीके की कोई कमी नहीं है.

Speed of corona vaccination slowed in Jharkhand
झारखंड में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी
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Published : May 20, 2021, 6:32 PM IST

Updated : May 20, 2021, 7:13 PM IST

रांचीः झारखंड में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी और 14 मई से 18 से 44 वर्ष वाले लोगों को भी टीका दिया जाने लगा है. भारत सरकार की ओर से 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को और 18 से 44 वर्ष वाले लोगों को झारखंड सरकार निशुल्क टीका की व्यवस्था की है. इसके बावजूद राज्य में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी है. स्थिति यह है कि अभी तक राज्य में सिर्फ 30 लाख 80 हजार 931 लोगों ने पहला डोज और 6 लाख 75 हजार 862 लोगों ने दूसरा डोज लग सका है.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह भी पढ़ेंःझारखंड में बुधवार को मिले 1,894 नए कोरोना संक्रमित, 53 की इलाज के दौरान मौत

स्लॉट लेने में आ रही है दिक्कत

कोरोना वैक्सीन को लेकर युवाओं में काफी उत्साह है, लेकिन वैक्सीन लेने के लिए सिर्फ कोविन या आरोग्य सेतु एप पर रेजिस्ट्रेशन कराना और फिर स्लॉट लेना पड़ता है. स्लॉट लेने में काफी इंतजार करना पड़ रहा है. इससे परेशानी बढ़ गई है. खासकर, स्लॉट लेने में सबसे ज्यादा परेशानी बड़े शहरों और राजधानी रांची में हो रही है, जहां आसपास के टीकाकरण केंद्रों पर टीका नहीं मिल पा रहा है. इससे लोग दूसरे जिले या 10-20 किलोमीटर दूर जहां स्लॉट मिल रहा है, वहां चले जा रहे हैं.

राज्य में वैक्सीन की नहीं है कमीः स्टेट नोडल अधिकारी

ईटीवी भारत से बातचीत में टीकाकरण के नोडल पदाधिकारी डॉ अजित कुमार ने बताया कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और 19 मई की शाम तक राज्य में सात लाख डोज उपलब्ध थे.

राज्य में अभी तक टीकाकरण के आंकड़े

पहला डोज- 30 लाख 80 हजार 931

  • हेल्थ केअर वर्कर- 2 लाख एक हजार 548
  • फ्रंटलाइन वर्कर- 3 लाख 31 हजार 256
  • 18 प्लस वाले लोग- 2 लाख 29 हजार 477
  • 45 प्लस वाले लोग- 23 लाख 18 हजार 650

सेकेंड डोज- 6 लाख 75 हजार 862

  • हेल्थ केअर वर्कर- एक लाख 42 हजार 374
  • फ्रंटलाइन वर्कर- एक लाख 86 हजार 993
  • 45 प्लस वाले लोग- 3 लाख 46 हजार 495

रांचीः झारखंड में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी और 14 मई से 18 से 44 वर्ष वाले लोगों को भी टीका दिया जाने लगा है. भारत सरकार की ओर से 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को और 18 से 44 वर्ष वाले लोगों को झारखंड सरकार निशुल्क टीका की व्यवस्था की है. इसके बावजूद राज्य में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार धीमी है. स्थिति यह है कि अभी तक राज्य में सिर्फ 30 लाख 80 हजार 931 लोगों ने पहला डोज और 6 लाख 75 हजार 862 लोगों ने दूसरा डोज लग सका है.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह भी पढ़ेंःझारखंड में बुधवार को मिले 1,894 नए कोरोना संक्रमित, 53 की इलाज के दौरान मौत

स्लॉट लेने में आ रही है दिक्कत

कोरोना वैक्सीन को लेकर युवाओं में काफी उत्साह है, लेकिन वैक्सीन लेने के लिए सिर्फ कोविन या आरोग्य सेतु एप पर रेजिस्ट्रेशन कराना और फिर स्लॉट लेना पड़ता है. स्लॉट लेने में काफी इंतजार करना पड़ रहा है. इससे परेशानी बढ़ गई है. खासकर, स्लॉट लेने में सबसे ज्यादा परेशानी बड़े शहरों और राजधानी रांची में हो रही है, जहां आसपास के टीकाकरण केंद्रों पर टीका नहीं मिल पा रहा है. इससे लोग दूसरे जिले या 10-20 किलोमीटर दूर जहां स्लॉट मिल रहा है, वहां चले जा रहे हैं.

राज्य में वैक्सीन की नहीं है कमीः स्टेट नोडल अधिकारी

ईटीवी भारत से बातचीत में टीकाकरण के नोडल पदाधिकारी डॉ अजित कुमार ने बताया कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और 19 मई की शाम तक राज्य में सात लाख डोज उपलब्ध थे.

राज्य में अभी तक टीकाकरण के आंकड़े

पहला डोज- 30 लाख 80 हजार 931

  • हेल्थ केअर वर्कर- 2 लाख एक हजार 548
  • फ्रंटलाइन वर्कर- 3 लाख 31 हजार 256
  • 18 प्लस वाले लोग- 2 लाख 29 हजार 477
  • 45 प्लस वाले लोग- 23 लाख 18 हजार 650

सेकेंड डोज- 6 लाख 75 हजार 862

  • हेल्थ केअर वर्कर- एक लाख 42 हजार 374
  • फ्रंटलाइन वर्कर- एक लाख 86 हजार 993
  • 45 प्लस वाले लोग- 3 लाख 46 हजार 495
Last Updated : May 20, 2021, 7:13 PM IST
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