रांचीः हैदराबाद के लिंगमपल्ली स्टेशन से 1,200 प्रवासी मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन देर रात रांची के हटिया रेलवे स्टेशन पहुंची. ट्रेन से उतरने के बाद मजदूरों के चहरों पर मुस्कान दिख रही थी. हटिया रेलवे स्टेशन के बाहर करीब 60 बसें तैनात की गई थी. ट्रेन रुकने के 10 मिनट बाद एक एक करके मजदूरों को स्टेशन से बाहर भेजा गया. इससे पहले प्लेटफॉर्म पर सभी मजदूरों को गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया. मजदूरों को खाने के पैकेट और पानी की बोतल भी दी गई.
इस दौरान रेलवे, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे. ट्रेन से उतरने के बाद मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत स्टेशन के बाहर लाया गया. फिर स्क्रीनिंग के बाद उन्हें उनके जिले के लिए स्टेशन के बाहर लगे बस में बिठाकर घरों की ओर रवाना किया गया. स्टेशन पर ट्रेन से उतरे सभी प्रवासी मजदूरों को मास्क और गुलाब भेंट कर स्वागत किया गया.
इन सभी मजदूरों के चेहरे पर मास्क लगा हुआ था. एक-एक करके करीब 12 सौ मजदूरों को जिलावार बसों में बैठाया गया. सभी बसों के सामने पुलिस के जवान तैनात थे. जिला स्तर पर तय किए गए नोडल पदाधिकारी मजदूरों के नाम और पते नोट कर रहे थे. जब मजदूर प्लेटफॉर्म से बाहर निकल रहे थे, तब मास्क से ढके चेहरे को पढ़ना मुश्किल था लेकिन उनकी आंखों में घर लौटने की चमक साफ दिख रही थी.
डीसी ने बताई कार्य योजना
मजदूरों के आने पर रांची के डीसी राय महिमापत रे ने आगे की तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों को उनके जिलों में भेजा जा रहा है, जहां स्क्रीनिंग करने के बाद होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शनिवार शाम 7 बजे राजस्थान के कोटा से रवाना हुई ट्रेन भी पहुंचेगी जिसमें सिर्फ छात्र होंगे. छात्रों के स्टेशन पहुंचने के बाद उन सभी को बसों से उनके गृह जिला भेजा जाएगा.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे भी रहे मौजूद
मजदूरों के स्वागत के लिए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे भी पहुंचे हुए थे. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान इस लम्हे को अविश्वसनीय बताया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहल और केंद्र सरकार के सहयोग से यह संभव हो पाया कि झारखंड के मजदूर अपने घर लौटने लगे हैं.