रांची: स्पीकर रबींद्रनाथ महतो राज्यपाल रमेश बैस से मिले. राजभवन पहुंचे स्पीकर ने इस दौरान राज्यपाल को शुक्रवार यानी 3 सितंबर से शुरू हो रहे मानसून सत्र की जानकारी दी.
सदन की कार्यवाही को लेकर तैयारियां पूरी
सदन की कार्यवाही को लेकर गुरुवार को विधानसभा में बैठकों का दौर जारी रहा. विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने राज्यपाल रमेस बैस से मुलाकात करने के पश्चात विधानसभा स्थित अपने चैम्बर में बैठक करते रहे.
ये भी पढ़ें- मानसून सत्र: सर्वदलीय बैठक से गायब रही बीजेपी, सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- शांतिपूर्ण चलेगी सदन की कार्यवाही
सर्वदलीय बैठक
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र से एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. इस सर्वदलीय बैठक से बीजेपी गायब रही. विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, निर्दलीय विधायक सरयू राय, आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो और माले विधायक विनोद सिंह उपस्थित थे.
विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. इस दौरान स्पीकर ने कहा कि चिकित्सा परिषद की बैठक झारखंड विधानसभा की समिति कक्ष में हो ताकि विभिन्न मामलों का निपटारा समय पर हो सके. अन्य उच्च स्तरीय अस्पताल को भी सूची में शामिल किया जाए जो वर्तमान में शामिल नहीं है. विधायक और पूर्व विधायक को चिकित्सा सुविधा में अद्यतन मापदंड अपनाया जाए ताकि उन्हें चिकित्सा प्रतिपूर्ति का उचित लाभ प्राप्त हो सके.
विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो अपने कार्यालय कक्ष में झारखंड विधानसभा की प्रेस सलाहकार समिति के साथ बैठक कर सदन की कार्यवाही का प्रकाशन और प्रसारण से संबंधित मामले पर विचार विमर्श किया.
03 से 09 सितंबर तक इस तरह चलेगा सदन
पहले दिन यानी तीन सितंबर को शपथ ग्रहण के अलावा विधानसभा सत्र में नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल के द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणीकृत प्रतियों को पटल पर रखा जाएगा. इसी दिन शोक प्रकाश का भी आयोजन होगा. सदन की कार्यवाही के उपरांत पहले दिन कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी. चार और पांच सितंबर को अवकाश रहेगा. छह सितंबर को प्रश्नकाल, मुख्यमंत्री प्रश्नकाल और प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पेश की जाएगी. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव वित्तीय वर्ष 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेंगे. सात सितंबर को प्रश्नकाल के अलावा राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे. नौ सितंबर को प्रश्नकाल के बाद राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे जिसके बाद गैर सरकारी संकल्प पेश होंगे. विपक्षी दल बीजेपी के कड़े रुख से साफ प्रतीत होता है कि मानसून सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही बेहद ही हंगामेदार होने की संभावना है.