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सौर ऊर्जा से जगमग होंगे झारखंड के 5 एयरपोर्ट, 600 किलोवाट बिजली का होगा उत्पादन

झारखंड में पांच एयरपोर्ट पर सोलर सिस्टम लगेंगे. यह काम अगले 6 महीने के अंदर पूरे होंगे. इससे करीब 600 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा. सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली को ग्रिड भेजा जाएगा. सरप्लस सौर ऊर्जा का इस्तेमाल घरेलू बिजली के लिए होगा.

Solar system will be installed at Jharkhand airport
झारखंड के एयरपोर्ट पर लगेंगे सोलर सिस्टम
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Published : Aug 23, 2021, 10:30 PM IST

Updated : Aug 24, 2021, 9:39 AM IST

रांची: पारंपरिक बिजली की खपत कम करने के उद्देश्य से इन दिनों केंद्र और राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन पर जोर दे रखा है. जिसके तहत राज्य के सभी एयरपोर्ट जल्द ही सोलर सिस्टम से आच्छादित हो जाएंगे. जरेडा की ओर से तैयार कार्य योजना के तहत रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट सहित राज्य के पांच एयरपोर्ट सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे.

यह भी पढ़ें: सौर ऊर्जा से रोशन होंगे झारखंड के सरकारी भवन, पढ़ें रिपोर्ट

रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, देवघर एयरपोर्ट, दुमका एयरपोर्ट, बोकारो एयरपोर्ट और गिरीडीह एयरपोर्ट पर सोलर सिस्टम लगेंगे. इससे करीब 600 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा. सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली को ग्रिड भेजा जाएगा. सरप्लस सौर ऊर्जा का इस्तेमाल घरेलू बिजली के लिए होगा.

देखें पूरी खबर

6 महीने में पूरे होंगे काम

जरेडा की ओर से बनाई गई कार्य योजना के तहत अगले 6 महीने के अंदर सभी पांच एयरपोर्ट को सौर ऊर्जा से आच्छादित कर दिया जाएगा. झारखंड बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक केके वर्मा के अनुसार राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में करीब 20 करोड़ राशि जारी कर दी गई है. एयरपोर्ट को सूर्य की ऊर्जा से उत्पादित बिजली से आच्छादित करने में विभाग 6 महीने में सफल हो जाएगा. इससे बड़ा लाभ यह मिलेगा कि करीब तीन मेगावाट बिजली सीधे ग्रीड को मिलेगा जो एयरपोर्ट के अलावा घरेलू बिजली सप्लाई करने के काम में ला सकेंगे. जिससे सस्ती और सुलभ बिजली मिलने की संभावना है.

पारंपरिक बिजली की होगी बचत

विभाग का लक्ष्य यह है कि प्रतिदिन 600 मेगावाट खपत होने वाली पारंपरिक बिजली में से 200 मेगावाट सौर ऊर्जा से प्राप्त किया जाएं. वहीं जरेडा के कार्य निदेशक विजय कुमार सिन्हा के अनुसार पारंपरिक बिजली की अपेक्षा सौर ऊर्जा काफी सस्ती और सुलभ है. एयरपोर्ट पर सोलर सिस्टम लगने से पारंपरिक बिजली की काफी बचत होगी और एयरपोर्ट खुद पावर जेनरेशन में आत्मनिर्भर हो जायेगा.

Solar system will be installed at Jharkhand airport
इन एयरपोर्ट पर लगेंगे सोलर सिस्टम

सरकार के निर्णय का स्वागत

इधर, एयरपोर्ट पर सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के लिए सरकार के द्वारा की जा रही पहल पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने इसका स्वागत किया है. इरफान अंसारी ने कोयला की कमी और भविष्य की चिंता को देखते हुए सौर ऊर्जा पर जोर देने का स्वागत किया है. इरफान अंसारी ने कहा है कि यह कागज की बजाय धरातल पर सही से उतरे, इस दिशा में सरकार को गंभीरता से पहल करनी होगी.

झारखंड में पर्याप्त सूर्य की रोशनी मिलती है. शायद यही वजह है कि सस्ती और सुलभ बिजली उत्पादित करने में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही है. बहरहाल सरकारी भवनों के बाद सभी एयरपोर्ट को सौर ऊर्जा से रोशन करने की तैयारी सरकार की अच्छी पहल है.

रांची: पारंपरिक बिजली की खपत कम करने के उद्देश्य से इन दिनों केंद्र और राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन पर जोर दे रखा है. जिसके तहत राज्य के सभी एयरपोर्ट जल्द ही सोलर सिस्टम से आच्छादित हो जाएंगे. जरेडा की ओर से तैयार कार्य योजना के तहत रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट सहित राज्य के पांच एयरपोर्ट सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे.

यह भी पढ़ें: सौर ऊर्जा से रोशन होंगे झारखंड के सरकारी भवन, पढ़ें रिपोर्ट

रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, देवघर एयरपोर्ट, दुमका एयरपोर्ट, बोकारो एयरपोर्ट और गिरीडीह एयरपोर्ट पर सोलर सिस्टम लगेंगे. इससे करीब 600 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा. सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली को ग्रिड भेजा जाएगा. सरप्लस सौर ऊर्जा का इस्तेमाल घरेलू बिजली के लिए होगा.

देखें पूरी खबर

6 महीने में पूरे होंगे काम

जरेडा की ओर से बनाई गई कार्य योजना के तहत अगले 6 महीने के अंदर सभी पांच एयरपोर्ट को सौर ऊर्जा से आच्छादित कर दिया जाएगा. झारखंड बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक केके वर्मा के अनुसार राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में करीब 20 करोड़ राशि जारी कर दी गई है. एयरपोर्ट को सूर्य की ऊर्जा से उत्पादित बिजली से आच्छादित करने में विभाग 6 महीने में सफल हो जाएगा. इससे बड़ा लाभ यह मिलेगा कि करीब तीन मेगावाट बिजली सीधे ग्रीड को मिलेगा जो एयरपोर्ट के अलावा घरेलू बिजली सप्लाई करने के काम में ला सकेंगे. जिससे सस्ती और सुलभ बिजली मिलने की संभावना है.

पारंपरिक बिजली की होगी बचत

विभाग का लक्ष्य यह है कि प्रतिदिन 600 मेगावाट खपत होने वाली पारंपरिक बिजली में से 200 मेगावाट सौर ऊर्जा से प्राप्त किया जाएं. वहीं जरेडा के कार्य निदेशक विजय कुमार सिन्हा के अनुसार पारंपरिक बिजली की अपेक्षा सौर ऊर्जा काफी सस्ती और सुलभ है. एयरपोर्ट पर सोलर सिस्टम लगने से पारंपरिक बिजली की काफी बचत होगी और एयरपोर्ट खुद पावर जेनरेशन में आत्मनिर्भर हो जायेगा.

Solar system will be installed at Jharkhand airport
इन एयरपोर्ट पर लगेंगे सोलर सिस्टम

सरकार के निर्णय का स्वागत

इधर, एयरपोर्ट पर सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के लिए सरकार के द्वारा की जा रही पहल पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने इसका स्वागत किया है. इरफान अंसारी ने कोयला की कमी और भविष्य की चिंता को देखते हुए सौर ऊर्जा पर जोर देने का स्वागत किया है. इरफान अंसारी ने कहा है कि यह कागज की बजाय धरातल पर सही से उतरे, इस दिशा में सरकार को गंभीरता से पहल करनी होगी.

झारखंड में पर्याप्त सूर्य की रोशनी मिलती है. शायद यही वजह है कि सस्ती और सुलभ बिजली उत्पादित करने में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने की तैयारी की जा रही है. बहरहाल सरकारी भवनों के बाद सभी एयरपोर्ट को सौर ऊर्जा से रोशन करने की तैयारी सरकार की अच्छी पहल है.

Last Updated : Aug 24, 2021, 9:39 AM IST
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