रांचीः केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी स्मार्ट सिटी रीयल टाइम रैंकिंग में झारखंड की राजधानी रांची ने इस बार बड़ी छलांग लगाई है. पिछले माह तक देश के 100 शहरों में 11वें स्थान पर रही स्मार्ट सिटी रांची अब चौथे नंबर पर पहुंच गई है. स्मार्ट सिटी के विकास के पैमाने पर राज्यों की श्रेणी में जारी रैंकिंग में झारखंड लगातार नंबर वन पर बना हुआ है.
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बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन और कार्यों की प्रगति की जानकारी जीएमआईएस पोर्टल पर अपडेट किया जाता है. उसी आधार पर शहरों और राज्यों की रैंकिंग जारी की जाती है. पूर्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्मार्ट सिटी की समीक्षा के दौरान हो रहे विकास कार्यों पर संतोष जताया था और कहा था कि इस शहर का विकास जनाकांक्षाओं के अनुरूप होना चाहिए और इसी दिशा में लगातार स्मार्ट सिटी रांची की टीम कार्य कर रही है.
भारत सरकार द्वारा जारी स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में रांची ने न केवल अपनी रैंकिंग में सुधार किया है बल्कि देश के बड़े शहरों अहमदाबाद, सूरत, वाराणसी, भुवनेश्वर और विशाखापत्तनम को पछाड़ते हुए चौथे स्थान पर अपनी जगह बनाई है. इस रैंकिंग में देश के टॉप टेन स्मार्ट सिटी की बात करें तो प्रथम स्थान पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, दूसरे स्थान पर इंदौर, तीसरे स्थान उदयपुर, चौथे स्थान पर रांची, पांचवें स्थान पर सूरत, छठे स्थान पर वाराणसी, सातवें स्थान पर भुवनेश्वर, आठवें स्थान पर आगरा, नौवें स्थान पर अहमदाबाद और दसवें स्थान पर विशाखापत्तनम है. वहीं राज्यों की श्रेणी में झारखंड लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है.
सरकार की नई रैंकिंग पद्धति के अनुसार स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चल रही योजनाओं के के पूर्ण होने, परियोजना पर हुए खर्च, खर्च राशि की उपयोगिता प्रमाणपत्र जारी करने, नई परियोजनाओं के लिए कार्यादेश जारी होने, निर्माणाधीन परियोजनाओं की भौतिक प्रगति इत्यादि पर अंक का प्रावधान किया गया है. इन्हीं अंकों के आधार पर सभी शहरों का कुल प्राप्तांक निश्चित किया जाता और रैंकिंग तय होती है.
मिलने लगी यह सुविधाः अगर स्मार्ट सिटी मिशन की योजनाओं की बात करें तो कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर का संचालन शुरू हो गया है, जिसके तहत शहर के ट्रैफिक और सर्विलांस व्यवस्था के साथ कई अन्य सुविधाएं लोगों को मिल रहीं हैं. इसके साथ ही रांची के लोगों को पब्लिक बाइसकिल शेयरिंग सिस्टम का भी लाभ मिल रहा है. इसके अलावा साढ़े छह सौ एकड़ में विकसित हो रही स्मार्ट सिटी रांची के लिए इंटीग्रेटेड इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है.