रांचीः झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने गुप्त सूचना के आधार पर बिहार के एक व्यक्ति की जान बचाई है. डीजीपी के सूचना के बाद बिहार पुलिस ने छह शूटरों को गिरफ्तार किया है.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, हजारीबाग जेल में बंद टीपीसी के उग्रवादी जुगेश्वर गंझू ने हत्या की लाइजनिंग बिहार में प्रभाकर तिवारी नाम के व्यक्ति से की थी. प्रभाकर तिवारी के द्वारा पाली के नवीयन यादव नाम के व्यक्ति की हत्या की साजिश रची गई थी. इसके लिए जेल में बंद जुगेश्वर ने मोबाइल पर बातचीत भी की थी. पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद डीजीपी ने इस मामले की जानकारी बिहार पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने पालीगंज से अपराधी सतीश महतो, अनिल यादव उर्फ डाक्टर, विद्या पाठक, सुजीत कुमार सहित छह अपराधियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने तीन पिस्टल और दर्जनों गोलियां भी बरामद की है. सतीश महतो पहले भी नक्सली कांडों में भी आरोपी रहा है.
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सीआईडी की अहम भूमिका
पूरे मामले के खुलासे में सीआईडी मुख्यालय रांची की भूमिका अहम रही. जानकारी के मुताबिक, हजारीबाग जेल में बंद जुगेश्वर गंझू सीआईडी के रडार पर था. मोबाइल पर जैसे ही उसने प्रभाकर तिवारी से संपर्क किया, षडयंत्र की जानकारी सीआईडी के अधिकारियों को मिल गई. ऐसे में तत्काल मामले की जानकारी पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों को दी गई. जानकारी मिलते ही डीजीपी खुद सक्रिय हुए और बिहार पुलिस से संपर्क कर अपराधियों की गिरफ्तारी में अहम योगदान निभाया.