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रांची के हिंदपीढ़ी और चान्हो के गांव में रहा था सिमडेगा का कोरोना पॉजिटिव, निकाली जा रही ट्रैवल हिस्ट्री - कोरोना वायरस

झारखंड के सिमडेगा में मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव 17 वर्षीय नाबालिग रांची के हिंदपीढ़ी और चान्हों के एक गांव में रहा था. कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम नाबालिग के संपर्क में आने वालों की तलाश कर रही है.

Simdega's corona positive in the villages of Ranchi's Hindpiri and Chanho
हिंदपीढ़ी और चान्हो के गांव में रहा था सिमडेगा का कोरोना पॉजिटिव
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Published : Apr 15, 2020, 11:25 PM IST

रांची: चान्हों की एक मस्जिद में जमात और नाबालिग को खाना खिलाने में लगाए गए पांच लोगों को भी क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. सभी को क्वारेंटाइन में रिम्स भेजा गया है. अब प्रशासन की टीम नाबालिग से संपर्क में आए तमाम लोगों, वह कहां-कहां ठहरा उन जगहों की जानकारी अब जुटाने में लगी हुई हैं. संपर्क में आए सारे लोगों की मेडिकल जांच और क्वॉरेंटाइन किए जाने की बात वरीय अधिकारियों ने कही है.

अब तक की पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि युवक तकरीबन एक हफ्ते तक रांची के हिंदपीढ़ी में रहा था, यहां वह धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुआ था. तब हिंदपीढ़ी में जमात से आई मलेशियाई महिला समेत 17 विदेशी भी साथ थे. कोरोना पॉजिटिव नाबालिग की ट्रैवल हिस्ट्री की पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि 21 मार्च को नाबालिग और जमात में आए विदेशी हिंदपीढ़ी से बालसोखरा के लिए निकले थे. एक मस्जिद में नाबालिग 31 मार्च तक रहा था, जबकि जमात के लोग वापस हिंदपीढ़ी आ गए थे.

ये भी पढ़ें: 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन हुए सांसद पीएन सिंह, दिल्ली से लौटे थे धनबाद

इसके बाद लॉकडाउन की अवधी में ही नाबालिग वहां से सिमडेगा के लिए निकला था. चौकानें वाली बात यह है कि पूर्ण लॉकडाउन के बावजूद नाबालिग रांची से सिमडेगा जिले के ठेठाईटांगर गया. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है. 4 अप्रैल को सिमडेगा जिला प्रशासन ने नाबालिग को होम क्वॉरेंटाइन किया था. इसके बाद तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को तलाशने का काम किया जा रहा है. प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि नाबालिग को हिंदपीढ़ी में ही कोरोना संक्रमण हुआ या वह किसी दूसरे संपर्क से कोरोना संक्रमित हुआ है. सिमडेगा में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, नाबालिग ने अपनी कांटेक्ट हिस्ट्री की कोई खास जानकारी अबतक नहीं बताई है.

रांची: चान्हों की एक मस्जिद में जमात और नाबालिग को खाना खिलाने में लगाए गए पांच लोगों को भी क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. सभी को क्वारेंटाइन में रिम्स भेजा गया है. अब प्रशासन की टीम नाबालिग से संपर्क में आए तमाम लोगों, वह कहां-कहां ठहरा उन जगहों की जानकारी अब जुटाने में लगी हुई हैं. संपर्क में आए सारे लोगों की मेडिकल जांच और क्वॉरेंटाइन किए जाने की बात वरीय अधिकारियों ने कही है.

अब तक की पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि युवक तकरीबन एक हफ्ते तक रांची के हिंदपीढ़ी में रहा था, यहां वह धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुआ था. तब हिंदपीढ़ी में जमात से आई मलेशियाई महिला समेत 17 विदेशी भी साथ थे. कोरोना पॉजिटिव नाबालिग की ट्रैवल हिस्ट्री की पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि 21 मार्च को नाबालिग और जमात में आए विदेशी हिंदपीढ़ी से बालसोखरा के लिए निकले थे. एक मस्जिद में नाबालिग 31 मार्च तक रहा था, जबकि जमात के लोग वापस हिंदपीढ़ी आ गए थे.

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इसके बाद लॉकडाउन की अवधी में ही नाबालिग वहां से सिमडेगा के लिए निकला था. चौकानें वाली बात यह है कि पूर्ण लॉकडाउन के बावजूद नाबालिग रांची से सिमडेगा जिले के ठेठाईटांगर गया. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है. 4 अप्रैल को सिमडेगा जिला प्रशासन ने नाबालिग को होम क्वॉरेंटाइन किया था. इसके बाद तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को तलाशने का काम किया जा रहा है. प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि नाबालिग को हिंदपीढ़ी में ही कोरोना संक्रमण हुआ या वह किसी दूसरे संपर्क से कोरोना संक्रमित हुआ है. सिमडेगा में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, नाबालिग ने अपनी कांटेक्ट हिस्ट्री की कोई खास जानकारी अबतक नहीं बताई है.

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