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गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद जेलों में बढ़ी सुरक्षा, धारदार चाभी भी हो रहा जमा, चार जेलों में विशेष सतर्कता - धनबाद जेल

Security increased in state jails. झारखंड के जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है. जेल आईजी ने इसे लेकर निर्देश जारी किए हैं.

Security increased in state jails after murder of gangster Aman Singh in Dhanbad jail
Security increased in state jails after murder of gangster Aman Singh in Dhanbad jail
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 5, 2023, 11:37 AM IST

रांचीः धनबाद जेल में कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद झारखंड के सभी जेलों की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है. स्थिति यह है कि अब कोई जेलकर्मी अपनी बाइक की चाबी तक लेकर अंदर नहीं जा सकता है. वहीं झारखंड के वैसे जेल जिसमे डॉन अखिलेश सिंह और अमन साहू जैसे अपराधी बंद हैं, उनमें विशेष सतर्कता बरती जा रही है. जेल आईजी के द्वारा इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं.

जेल अधीक्षकों को निर्देश हर हाल में ऑन रहे सीसीटीवीः जेल प्रशासन ने यह निर्देश दिया है कि जेल का सीसीटीवी कैमरा किसी भी हाल में बंद नहीं होना चाहिए. पूर्व में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब जेल प्रशासन के द्वारा महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिए गए थे. रांची जेल से जुड़े ऐसे मामले की जांच ईडी भी कर रही है.

रेड के आदेशः जेल प्रशासन की तरफ से सभी जिलों की पुलिस को यह भी लिखा गया है कि वह किसी भी समय किसी भी जेल में औचक निरीक्षण जरूर करें.

हर कारा की सुरक्षा बढ़ीः कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की जेल में हुई हत्या के बाद रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार सहित राज्य के सभी केंद्रीय कारा और उप कारा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जेल में तैनात कर्मियों को भी किसी तरह का सामान अंदर ले जाने पर रोक लगा दी गई है. जेल कर्मियों को भी अपने लंच के अलावा कोई भी सामान अंदर लेकर जाने पर ब्रेक लगा दिया गया है. जेल कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपनी बाइक और दूसरे वाहनों की चाभी तक गेट पर जमा करें. मोबाइल अगर किसी भी कर्मी का अंदर पाया गया तो उस पर कार्रवाई होगी. आदेश के बाद जेल गेट में प्रवेश करते ही सभी कर्मियों की तलाशी ली जा रही है. घर की चाभी से लेकर किसी तरह का सामान तलाशी के दौरान मिलता है तो उसे प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. सामान को गाड़ी या फिर अन्य जगह पर रखवाने के बाद ही कर्मियों को जेल के भीतर जाने की इजाजत दी जा रही है.

कैदी के सामानों की गहन तलाशीः जेल में बंद कैदियों का सामान भी तीन स्थानों पर चेक किया जा रहा है. कंबल, चादर, थैला आदि की गहनता से तलाशी लेने के बाद कैदियों को दिया जा रहा है. यह देखा जा रहा है कि झोले में कोई आपत्तिजनक सामान तो नहीं है.

रांची, पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर जेल में विशेष सतर्कताः झारखंड के चार जेल बेहद सेंसेटिव माने जाते हैं. रांची, पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर जेल में कई बड़े गैंगस्टर और बड़े नक्सली नेता बंद हैं. जमशेदपुर में पूर्व में जेलर तक की हत्या की जा चुकी है. ऐसे में इन चार जेलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. रांची जेल में कुख्यात अपराधी अमन श्रीवास्तव, विपिन शर्मा, पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, माओवादी नेता प्रशांत बोस, जयनाथ साहु जैसे कुख्यात बंद है. पलामू जेल में कुख्यात अमन साहू बंद है.

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रांचीः धनबाद जेल में कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद झारखंड के सभी जेलों की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है. स्थिति यह है कि अब कोई जेलकर्मी अपनी बाइक की चाबी तक लेकर अंदर नहीं जा सकता है. वहीं झारखंड के वैसे जेल जिसमे डॉन अखिलेश सिंह और अमन साहू जैसे अपराधी बंद हैं, उनमें विशेष सतर्कता बरती जा रही है. जेल आईजी के द्वारा इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं.

जेल अधीक्षकों को निर्देश हर हाल में ऑन रहे सीसीटीवीः जेल प्रशासन ने यह निर्देश दिया है कि जेल का सीसीटीवी कैमरा किसी भी हाल में बंद नहीं होना चाहिए. पूर्व में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब जेल प्रशासन के द्वारा महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिए गए थे. रांची जेल से जुड़े ऐसे मामले की जांच ईडी भी कर रही है.

रेड के आदेशः जेल प्रशासन की तरफ से सभी जिलों की पुलिस को यह भी लिखा गया है कि वह किसी भी समय किसी भी जेल में औचक निरीक्षण जरूर करें.

हर कारा की सुरक्षा बढ़ीः कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की जेल में हुई हत्या के बाद रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार सहित राज्य के सभी केंद्रीय कारा और उप कारा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जेल में तैनात कर्मियों को भी किसी तरह का सामान अंदर ले जाने पर रोक लगा दी गई है. जेल कर्मियों को भी अपने लंच के अलावा कोई भी सामान अंदर लेकर जाने पर ब्रेक लगा दिया गया है. जेल कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि वह अपनी बाइक और दूसरे वाहनों की चाभी तक गेट पर जमा करें. मोबाइल अगर किसी भी कर्मी का अंदर पाया गया तो उस पर कार्रवाई होगी. आदेश के बाद जेल गेट में प्रवेश करते ही सभी कर्मियों की तलाशी ली जा रही है. घर की चाभी से लेकर किसी तरह का सामान तलाशी के दौरान मिलता है तो उसे प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. सामान को गाड़ी या फिर अन्य जगह पर रखवाने के बाद ही कर्मियों को जेल के भीतर जाने की इजाजत दी जा रही है.

कैदी के सामानों की गहन तलाशीः जेल में बंद कैदियों का सामान भी तीन स्थानों पर चेक किया जा रहा है. कंबल, चादर, थैला आदि की गहनता से तलाशी लेने के बाद कैदियों को दिया जा रहा है. यह देखा जा रहा है कि झोले में कोई आपत्तिजनक सामान तो नहीं है.

रांची, पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर जेल में विशेष सतर्कताः झारखंड के चार जेल बेहद सेंसेटिव माने जाते हैं. रांची, पलामू, हजारीबाग और जमशेदपुर जेल में कई बड़े गैंगस्टर और बड़े नक्सली नेता बंद हैं. जमशेदपुर में पूर्व में जेलर तक की हत्या की जा चुकी है. ऐसे में इन चार जेलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. रांची जेल में कुख्यात अपराधी अमन श्रीवास्तव, विपिन शर्मा, पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, माओवादी नेता प्रशांत बोस, जयनाथ साहु जैसे कुख्यात बंद है. पलामू जेल में कुख्यात अमन साहू बंद है.

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