रांची: झारखंड में आनलाइन माध्यम से जरुरतमंदों के घर पहुंचेगा बालू. इसके लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिसके माध्यम से पैसा जमा करना होगा. करीब 785 रु प्रति 100 CFT और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के आधार पर सभी के घर बालू पहुंचाया जाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बजट सत्र के समापन के दिन इसकी घोषणा की है.
उन्होंने कहा कि बार-बार बालू की चोरी और लूट की बातें सुनकर मानसिक रूप से तकलीफ होती थी. बार-बार सुनने को मिल रहा था कि पुलिस वाले ट्रैक्टर पकड़ लेते हैं. चोरी को रोकने के लिए ही ट्रैक्टर से बालू ढुलाई का निर्देश दिया गया था, लेकिन ट्रक वाले हवा देने लगे. अगर ट्रक से बालू ढुलाई की छूट नहीं दी जाती तो कोई ट्रैक्टर में बालू भर कर दूसरे राज्य में नहीं ले जा पाता. अब इस व्यवस्था का सरकार ने हल निकाल लिया है. अब ऑनलाइन माध्यम से लोगों के घर बालू पहुंचेगा.
सरकार ने ऑनलाइन तरीके से बालू पहुंचाने का फैसला लिया है. ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट को भी डिस्टेंस के आधार पर तय किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने भानु प्रताप शाही को कहा कि वह उनके सुझाव के साथ हैं. अगर भवनाथपुर में कोई सीमेंट प्लांट स्थापित करना चाहता है तो वह व्यापारी को लेकर आएं, उसे सरकार हर तरह की मदद देगी.