रांचीः 28 अक्टूबर नहाय खाये के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो रही है. राजधानी रांची में छठ बाजार का माहौल पूरा छठमय हो गया है. रांची के जिला स्कूल, हरमू बाजार, चुटिया बाजार, धुर्वा बाजार, हिनू बाजार, काठीटांड़ और अन्य बाजारों में छठ पूजा का बाजार (Chhath Bazar in Ranchi) सज गया है. वहीं बिहार के औरंगाबाद, भागलपुर, दुमका, गिरिडीह, पुरुलिया में बने सूप और टोकरी और दउरा समेत छठ की पूजा सामग्री बिक (Sup and Daura sale in Ranchi) रही है.
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छठ पूजा में खरीदारी के लिए लोग बाजार आने लगे हैं. इस दौरान रांची में सूप और टोकरी की बिक्री भी खूब होती है. क्योंकि ये प्राकृतिक तौर पर पूजा में इस्तेमाल के लिए शुद्ध माना जाता है. धार्मिक सद्भाव का संदेश दे शाजदा पूरे भक्तिभाव और शुद्धता का ख्याल रखकर सूप और दउरा बेचती हैं. ईटीवी भारत से शाजदा ने कहा कि वह 5 साल से छठ पूजा के लिए दउरा और सूप बेचती हैं. पूंजी नहीं होने की वजह से वह ज्यादा सूप दउरा नहीं खरीद पाती. इसलिए हर दिन 500 रुपया ही पूजा के दौरान कमा पाती हैं. वह इसलिए सूप दउरा बेचती हैं क्योंकि यह लोक आस्था से जुड़ा त्योहार है. हमारे रांची संवाददाता उपेंद्र कुमार ने जिला स्कूल छठ बाजार में सूप दउरा बाजार का जायजा लिया.
पिछले साल के मुकाबले 30-40 फीसदी बढ़े हैं दामः रांची के छठ बाजार में भी इस साल महंगाई का भी असर दिख रहा है. इस साल सूप और दउरा की कीमत में इजाफा हुआ है. रांची जिला स्कूल के छठ बाजार में दउरा और सूप बेच रहे कैलाश कहते हैं कि इस वर्ष सूप 110 रुपये से लेकर 200 में एक मिल रहा है. वहीं प्रति टोकरी 220 से 240 कीमत की है. इसके अलावा दउरा 350 से लेकर 600 रुपया में बिक रहा है. कैलाश कहते हैं कि इस वर्ष सूप दउरा के राज्य की सबसे बड़ी मंडी दुमका में ही 30 से 40 प्रतिशत महंगा मिल रहा है, इसलिए खुदरा बाजार में भी उन्हें महंगा सूप-दउरा बेच रहे हैं. फिलहाल सूप-दउरा बाजार में कम लोग ही खरीददारी करने पहुंचे रहे हैं. लेकिन दुकानदारों को उम्मीद है कि नहाय खाय के बाद शाम को लोग इत्मीनान से खरीदारी करने निकलेंगे और इस वर्ष छठ पूजा में खूब बिक्री होगी.