रांची: होली से पहले ही लोग शराब की जुगाड़ में लग जाते हैं, जिसके कारण होली के दिन शराब की बिक्री (Sale of Liquor on Holi) झारखंड जैसे राज्य में भी अचानक बढ़ जाती है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि झारखंड में प्रतिदिन करीब 40 करोड़ की शराब बिकती है, मगर इस बार दो वर्ष से कोरोना का कहर के कारण हुए क्षति का हिसाब पूरा हो जाएगा यानी लोग जमकर नशापान (Consumption of Liquor in Holi) करेंगे. खुदरा शराब बिक्रेता संघ के महासचिव सुबोध जायसवाल के अनुसार इस बार होली का जोश दिख रहा है जिसके कारण बिक्री अच्छी होने की संभावना है. मगर स्टॉक में माल नहीं होने के कारण डर है कि लोग नकली शराब ना पी लें. उन्होंने होली के मौके पर नकली शराब से बचने की अपील करते हुए कहा है कि यदि आप शराब के शौकीन हैं तो निर्धारित दुकानों से ही लेकर पीयें. उन्होंने कहा कि इस बार करीब 70 करोड़ की बिक्री होली के मौके पर होने की संभावना है.
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सरकार को भी मिलेगा राजस्व: शराब ही ऐसा सेक्टर है जहां से राज्य सरकार को भारी भरकम राशि हर वर्ष राजस्व के रुप में प्राप्त होता है. झारखंड में शराब पर टैक्स 75 फीसदी है जो सरकार के खाते में जमा होता है. इस तरह से होली के मौके पर सरकार को भी अच्छी खासी कमाई टैक्स के रुप में हो रही है. आपको बता दें की कोरोना लॉकडाउन के बाबजूद 2020-21 में उत्पाद विभाग ने शराब बेचकर करीब 1800 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया था.
शराब दुकानों पर लगी है भीड़: होली को लेकर शराब की दुकान शुक्रवार 18 मार्च के बजाय 19 मार्च को बंद रहेगी. सरकार ने इससे पहले 18 मार्च को बंद करने का आदेश जारी किया था जिसे बाद में संशोधित किया गया. इधर इस आदेश की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची शुक्रवार को दिनभर शराब दुकानों पर भीड़ लगी रही. शराब खरीदने आये लोग अपने पसंदीदा ब्रांड की दारु की मांग करते देखे गए.