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हेमंत सोरेन सरकार की चौथी वर्षगांठ पर आंदोलन तेज करेंगे गुरुजी, जानिए क्या है कारण - अनुकंपा पर नौकरी की शर्त

Sahayak adhyapak will intensify movement. हेमंत सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए झारखंड के टेट पास सहायक अध्यापकों ने आंदोलन को तेज करने की योजना बनायी है. सहायक अध्यापकों का कहना है कि अब तक वेतनमान के मुद्दे पर सरकार मौन है. जबकि सरकार वेतनमान देने का आश्वासन देकर सत्ता में आयी थी.

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Sahayak Adhyapak Intensified Demand For Pay Scale
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 24, 2023, 8:56 PM IST

वेतनमान की मांग को लेकर प्रदर्शन करते टेट पास सहायक अध्यापक.

रांची: झारखंड में टेट पास सहायक अध्यापक पिछले 95 दिनों से एक मांग वेतनमान के नारे के साथ राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस 95 दिनों में कई बार सहायक अध्यापकों ने सत्ताधारी दलों के विधायकों और मंत्रियों के आवास घेराव और झामुमो, कांग्रेस और राजद के प्रदेश कार्यालय का घेराव भी किया, लेकिन टेट पास सहायक अध्यापकों को सिर्फ आश्वासन की घुट्टी ही पिलायी गई है. इस बीच इन आंदोलनरत शिक्षकों ने राज्य स्थापना दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान भी शांति बनाए रखी, लेकिन अब टेट पास अध्यापकों का सब्र जवाब दे रहा है. अब आंदोलनरत सहायक अध्यापकों ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार गठन की चौथी वर्षगांठ पर जोरदार आंदोलन करने की योजना बनाई है.

29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री के रूप में सीएम हेमंत सोरेन ने ली थी शपथः राज्य में चल रही वर्तमान महागठबंधन की सरकार में सीएम के रूप में हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को शपथ ली थी. उनके साथ कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद से सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. ऐसे में टेट पास सहायक अध्यापकों की योजना दिसंबर के अंतिम सप्ताह में राज्यभर में जोरदार धरना-प्रदर्शन करने की है. सहायक अध्यापकों का आरोप है कि जो वादा कर के हेमंत सोरेन की सरकार सत्ता में आई थी, वह पूरा नहीं हुआ है.

इस संबंध में सिमडेगा जिले से आंदोलन में शामिल होने रांची आए सहायक अध्यापक रवि नारायण प्रधान ने कहा कि अभी तक हेमंत सोरेन की सरकार ने उन्हें छलने का ही काम किया है. वहीं सहायक अध्यापक राजू कुमार यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार राज्यभर के टेट पास सहायक अध्यापकों के साथ अन्याय कर रही है. एक सहायक शिक्षक बनने की सभी आहर्ता पूरी करने के बावजूद सरकार ने उन्हें पारा शिक्षक की जगह सहायक अध्यापक का नाम तो दे दिया, लेकिन वेतनमान नहीं दिया. राजू कुमार ने कहा कि ऐसे में अब सहायक अध्यापक राज्य सरकार की चौथे स्थापना दिवस पर जोरदार आंदोलन की योजना बना रही है.

यह है टेट पास सहायक अध्यापकों की मांगेंः झारखंड में झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) पास 14 हजार 42 सहायक अध्यापक हैं. इनका आरोप है कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने टेट पास सहायक अध्यापकों को सहायक शिक्षक का दर्जा देकर वेतनमान देने में आनाकानी कर रही है, जबकि 2019 में नेता प्रतिपक्ष के रूप में वर्तमान मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि उनकी सरकार बनते ही टेट पास सहायक अध्यापकों को वेतनमान दिया जाएगा. इसके अलावा सहायक अध्यापकों को सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं का लाभ देने, मातृत्व अवकाश देने, अनुकंपा पर नौकरी की शर्त को आसान बनाने की भी मांग है.

ये भी पढ़ें-Para Teachers Protest: टेट पास पारा शिक्षकों ने घेरा कांग्रेस प्रदेश कार्यालय, गेट के सामने धरने पर बैठे आंदोलनकारी

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वेतनमान की मांग को लेकर प्रदर्शन करते टेट पास सहायक अध्यापक.

रांची: झारखंड में टेट पास सहायक अध्यापक पिछले 95 दिनों से एक मांग वेतनमान के नारे के साथ राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इस 95 दिनों में कई बार सहायक अध्यापकों ने सत्ताधारी दलों के विधायकों और मंत्रियों के आवास घेराव और झामुमो, कांग्रेस और राजद के प्रदेश कार्यालय का घेराव भी किया, लेकिन टेट पास सहायक अध्यापकों को सिर्फ आश्वासन की घुट्टी ही पिलायी गई है. इस बीच इन आंदोलनरत शिक्षकों ने राज्य स्थापना दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान भी शांति बनाए रखी, लेकिन अब टेट पास अध्यापकों का सब्र जवाब दे रहा है. अब आंदोलनरत सहायक अध्यापकों ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार गठन की चौथी वर्षगांठ पर जोरदार आंदोलन करने की योजना बनाई है.

29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री के रूप में सीएम हेमंत सोरेन ने ली थी शपथः राज्य में चल रही वर्तमान महागठबंधन की सरकार में सीएम के रूप में हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को शपथ ली थी. उनके साथ कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद से सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. ऐसे में टेट पास सहायक अध्यापकों की योजना दिसंबर के अंतिम सप्ताह में राज्यभर में जोरदार धरना-प्रदर्शन करने की है. सहायक अध्यापकों का आरोप है कि जो वादा कर के हेमंत सोरेन की सरकार सत्ता में आई थी, वह पूरा नहीं हुआ है.

इस संबंध में सिमडेगा जिले से आंदोलन में शामिल होने रांची आए सहायक अध्यापक रवि नारायण प्रधान ने कहा कि अभी तक हेमंत सोरेन की सरकार ने उन्हें छलने का ही काम किया है. वहीं सहायक अध्यापक राजू कुमार यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार राज्यभर के टेट पास सहायक अध्यापकों के साथ अन्याय कर रही है. एक सहायक शिक्षक बनने की सभी आहर्ता पूरी करने के बावजूद सरकार ने उन्हें पारा शिक्षक की जगह सहायक अध्यापक का नाम तो दे दिया, लेकिन वेतनमान नहीं दिया. राजू कुमार ने कहा कि ऐसे में अब सहायक अध्यापक राज्य सरकार की चौथे स्थापना दिवस पर जोरदार आंदोलन की योजना बना रही है.

यह है टेट पास सहायक अध्यापकों की मांगेंः झारखंड में झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) पास 14 हजार 42 सहायक अध्यापक हैं. इनका आरोप है कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने टेट पास सहायक अध्यापकों को सहायक शिक्षक का दर्जा देकर वेतनमान देने में आनाकानी कर रही है, जबकि 2019 में नेता प्रतिपक्ष के रूप में वर्तमान मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि उनकी सरकार बनते ही टेट पास सहायक अध्यापकों को वेतनमान दिया जाएगा. इसके अलावा सहायक अध्यापकों को सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं का लाभ देने, मातृत्व अवकाश देने, अनुकंपा पर नौकरी की शर्त को आसान बनाने की भी मांग है.

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