रांचीः पिछले दिनों मॉब लिंचिंग में घायल हुए सचिन कुमार की मौत पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एस मंडल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को जब सचिन को घायल अवस्था में लाया गया था तो डॉक्टरों द्वारा उसे उचित इलाज कर रुकने की नसीहत दी गई थी लेकिन उनके साथ आए पुलिस वाले और कुछ अन्य लोग अस्पताल से लेकर थाने चले गए.
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डॉ एस मंडल ने बताया कि अस्पताल में इलाज करने वाले डॉक्टरों की ओर से यह स्पष्ट कहा गया था कि अभी उसे निगरानी में रखना है क्योंकि उसकी स्थिति बहुत बेहतर नहीं है.
उसके बावजूद भी अस्पताल प्रबंधन की अनुमति के बगैर सचिन को पुलिस लेकर चले गए फिर बाद में जब उसकी स्थिति दोबारा बिगड़ी तो अस्पताल लाया गया लेकिन अस्पताल आते-आते उसकी मौत हो चुकी थी.
बता दें कि पिछले दिनों सचिन कुमार नाम के युवक को चोरी के आरोप में भीड़ द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई थी जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, लेकिन सदर अस्पताल से छुट्टी दे जाने की बात पर सदर अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल उठ रहे थे.
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उसी का जवाब देते हुए उपाधीक्षक डॉ एस मंडल ने बताया कि अस्पताल की तरफ से कई बार सचिन को रोकने के लिए कहा गया था लेकिन उसे बिना अनुमति के ही अस्पताल से रिलीज करा लिया गया. जब बाद में उसे दोबारा अस्पताल लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी जिसके बाद परिजनों और मोहल्लेवासी आक्रोशित होकर स्ट्रेचर पर ही लेकर सचिन के शव को ले गए.