रांची: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के ट्वीट का असर झारखंड आरजेडी में भी देखने को मिल रहा है. यहां के राजनेताओं का कहना है कि सुशील मोदी को बीजेपी ने बिहार की राजनीति से अलग कर दिया है, वह हताश चल रहे हैं, लिहाजा सुर्खियों में आने के लिए लालू यादव को जरिया बना रहे हैं. झारखंड राज्य की प्रवक्ता स्मिता लकड़ा और रांची जिला अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार अंसारी ने पूरे मामले पर ईटीवी भारत से बात की है.
ईटीवी से बातचीत में स्मिता लकड़ा और अब्दुल गफ्फार अंसारी ने कहा कि सुशील मोदी हमेशा से लालू यादव के नाम पर राजनीति करते रहे हैं, बिहार में उनकी भूमिका नीतीश कुमार के स्टेपनी के रूप में रही है, सुशील मोदी का बिहार में कोई जनाधार नहीं है, इसी वजह से विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया है, अब सुशील मोदी को कुछ नहीं मिल रहा था, इसलिए उन्होंने लालू यादव के नाम पर सुर्खियां बटोरने की कोशिश की है.
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आरजेडी के दोनों नेताओं से यह पूछा गया कि जिस फोन नंबर का जिक्र सुशील मोदी ने किया है वह लालू यादव के सेवादार इरफान अंसारी का है. इसके जवाब में आरजेडी नेताओं ने कहा कि नंबर की जानकारी किसी को भी मिल सकती है, इसका मतलब यह नहीं कि लालू यादव ने बात किया हो, जहां तक बिहार के बीजेपी विधायक ललन पासवान से लालू यादव की बातचीत से जुड़े ऑडियो के वायरल होने की बात है तो इसकी जांच होनी चाहिए. इस बीच झारखंड के जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत के दौरान कहा है कि जेल मैनुअल के उल्लंघन के आरोपों की जांच जरूर की जाएगी.