रांची: प्रदेश में सब्जी की बढ़ती कीमतों ने लोगों का जायका बिगाड़ दिया है. हाल के दिनों में हुई बारिश के कारण किसानों के खेतों में लगी सब्जियां बर्बाद हो गईं हैं, जिससे सब्जी की कीमत आसमान छू रही हैं.
आलू अब 18 से 20 रुपये
हरी सब्जियों के भाव दोगुना से अधिक बढ़ गएं हैं. 10 रुपये किग्रा बिकने वाला आलू अब 18 से 20 रुपये बिक रहा है. अगर धनिया पत्ता और लहसुन की बात की जाए तो इनके दाम भी आसमान छू रहे हैं. झारखंड की पारंपरिक व्यंजन धुस्का है, जिसमें धनिया, लहसुन और मिर्च की चटनी से इसके स्वाद में चार चांद लगा देते हैं. इन दिनों धनिया पत्ता और लहसुन के आसमान छूते दामों के कारण धुस्का का स्वाद भी फीका पड़ गया है.
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हरि सब्जियों की कीमतों में उछाल होने से सबसे जयादा आम लोगों के जेब पर प्रभाव पड़ता है. लोगों को कम सब्जी खरीदने पर ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है. वहीं, सब्जी खरीदारों का कहना है कि बाजार में 50 रुपये से नीचे कोई सब्जी नहीं है.
बारिश के कारण फसल बर्बाद
वहीं, सब्जी विक्रेता का कहना है कि हाल के दिनों में हुई बारिश के कारण फसल बर्बाद हो चुकी है, जिससे सब्जी बाजार में नहीं आ रही है. इस वजह से तमाम सब्जियों के दाम बढ़ गए है. दूसरी ओर बिहार में बाढ़ आने से वहां भी सब्जी भेजी जा रही है. यही कारण है कि सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है.
बाजार में क्या है सब्जियों की कीमत
सब्जी | कीमत |
| 200 |
लहसुल | 200 |
टमाटर | 30-40 |
बोदी | 30 |
खीरा | 30 |
परवल | 40 |
भिंडी | 40 |
फुलगोभी | 50 |
पत्ता गोभी | 30-35 |
करैला | 40 |
शिमला मिर्च | 80-100 |
आलू | 16-20 |
पुराना आलू | 15-20 |
नया आलू | 30 |
प्याज | 40-50 |
बैगन | 30-35 |
हरी मिर्च | 80 |
अदरक | 100 |
नया अदरक | 60-100 |
बीन | 60 |
मूली | 20-30 |
धनिया और लहसुन की कीमत आसमान छूने के बाद हालत तो सबसे ज्यादा धुस्का विक्रेताओं को हो रहा है. धुस्का के स्वाद में चार चांद लगाने के लिए स्वादिष्ट चटनी का भी कॉन्बिनेशन बहुत जरूरी है, लेकिन इन दिनों धनिया और लहसुन की बढ़ती कीमतों ने धुस्के के स्वाद को फीका कर दिया है. दुकानदार का कहना है कि कीमत कम हो या ज्यादा धुस्का के साथ चटनी देना जरूरी है.