रांची: शनिवार की सुबह करीब 5 बजे कोरोना से संक्रमित होने के बाद रिम्स के अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप को सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद उन्होंने रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के चिकित्सकों से संपर्क किया. डॉ विवेक कश्यप की समस्या को देखते हुए कार्डियोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने उन्हें तुरंत रिम्स आने की बात कही और कार्डियोलोजी विभाग में उन्हें भर्ती कराया गया. रिम्स आने के बाद डॉ प्रशांत कुमार की निगरानी में उनका इलाज किया गया, जहां डॉ विवेक कश्यप ने थोड़ी राहत महसूस की.
दिल की एक आर्टरी हो गई थी ब्लॉक
डॉ विवेक कश्यप का इलाज कर रहे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ प्रशांत बताते हैं कि रिम्स में भर्ती होने के बाद डॉ कश्यप की प्राथमिक जांच की गई, जिसमें ईसीजी और इको टेस्ट कराया गया. इसमें यह पता चला कि उनको हार्ट अटैक आया था. जांच में हार्ट अटैक की रिपोर्ट आने के बाद बिना किसी देरी के उन्हें कैथलैब में शिफ्ट किया गया और सभी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी एंजियोग्राफी की गई, जिसमें यह पता चला कि उनके बाएं साइड की एक आर्टरी सौ प्रतिशत ब्लॉक हो गई है, लेकिन सही समय पर कार्डियोलॉजी विभाग ने एनजीओप्लास्टी की. फिलहाल उनकी स्थिति ठीक है और यह उम्मीद जताई जा रही है कि वह जल्द ही स्वस्थ होकर फिर से रिम्स के सभी चिकित्सकों का नेतृत्व करेंगे.
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हार्ट अटैक का दौरा आना निश्चित रूप से गंभीर
डॉ प्रशांत ने बताया कि जिस प्रकार से 2 दिन पहले रिम्स के सुपरिटेंडेंट डॉ विवेक कश्यप कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उसके बाद अचानक हार्ट अटैक का दौरा आना निश्चित रूप से गंभीर मामला था, लेकिन सही समय पर पहुंचने की वजह से उनका स्वास्थ्य सामान्य है. डॉ विवेक कश्यप को बेहतर इलाज देने के लिए रिम्स में डॉ प्रशांत के साथ-साथ कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण राय, डॉ प्रकाश कुमार, डॉ श्रीवास्तव के अलावा कोविड-19 टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ प्रभात कुमार, डॉ ऋषि गुड़िया, डॉ सिन्हा, डॉ निशित एक्का, डॉ सीबी शर्मा, डॉ संजय कुमार, डॉ मनोज कुमार और डॉ ब्रजेश मिश्रा समेत दो दर्जन डॉक्टर मौजूद रहे.