रांची: बुढ़ापा में अपने कमाए हुए पैसे की उम्मीद एचईसी के सेवानिवृत्त कर्मचारी वर्षों से कर रहे हैं, लेकिन वर्ष 1997 से लेकर वर्ष 2008 तक का एरियर भुगतान सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उद्योग विभाग की ओर से नहीं किया गया है. इसी के मद्देनजर एचईसी में कार्यरत लगभग 7500 सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने अपने एरियर और स्वास्थ्य सुविधा के बकाए भुगतान की मांग को लेकर 2 फरवरी से 4 फरवरी तक एचईसी मुख्यालय में आंदोलन करने की घोषणा की है.
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160 करोड़ रुपया उद्योग विभाग के पास बकाया
सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के संयोजक भवन सिंह ने बताया कि वर्ष 1997 से 2008 तक एरियर का 160 करोड़ रुपया अभी तक उद्योग विभाग के पास बकाया है, लेकिन उद्योग विभाग इसको लेकर कहीं से भी गंभीर नहीं दिख रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि संसद की ओर से मान्यता प्राप्त याचिका समिति में भी पूर्व सांसद रामटहल चौधरी की ओर से इस मामले को रखा गया था. जिस पर याचिका समिति ने उद्योग विभाग को जल्द से जल्द सभी सेवानिवृत्त कर्मियों के एरियर के बकाए का भुगतान करने का निर्देश भी दिया था, लेकिन उसके बावजूद भी उद्योग विभाग याचिका समिति के इस आदेश को लेकर गंभीर नहीं है. जिस वजह से एचईसी में अपनी वर्षों तक सेवा दे चुके सेवानिवृत्त कर्मियों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है.
वहीं भवन सिंह ने बताया कि अगर उद्योग विभाग सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया भुगतान को लेकर एचईसी के डायरेक्टर और चेयरमैन को जल्द से जल्द आदेश नहीं देते हैं तो हम लोग आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे. अपनी इसी मांग को लेकर एचईसी के लगभग 7500 सेवानिवृत्त कर्मचारी 2 फरवरी से 4 फरवरी तक मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे. अगर उद्योग विभाग पर इसका असर नहीं पड़ता है तो सेवानिवृत्त कर्मचारियों का विरोध और भी उग्र होगा.
वहीं स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रत्येक सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एचईसी के पूर्व चेयरमैन की ओर से दो लाख रुपया देने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक किसी भी कर्मचारियों को स्वास्थ्य लाभ के नाम पर एक भी पैसा नहीं मिला है, जिससे उम्र के अंतिम पड़ाव में एचईसी के हजारों सेवानिवृत्त कर्मचारी स्वास्थ्य समस्या से जूझने को मजबूर हैं.