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झारखंड में कोविड मरीजों के लिए एंबुलेंस की कमी, राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती

झारखंड में कोविड के मरीजों के लिए संचालित एंबुलेंस की संख्या में कमी देखने को मिल रही है. वर्तमान में 108 एंबुलेंस का परिचालन हो रहा है, जो कि बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कम है. रिम्स में भी केवल 6 एंबुलेंस ही संचालित हैं और ड्राइवर्स का भी अभाव है. एंबुलेंस सेवा को बढ़ाने के लिए मांग की जा रही है.

Reduction in number of ambulances for covid patients in jharkhand
झारखंड में कोविड मरीजों के लिए एंबुलेंस की कमी, राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती
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Published : Apr 14, 2021, 9:56 AM IST

Updated : Apr 14, 2021, 2:11 PM IST

रांची: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए अहम भूमिका निभाने वाला एंबुलेंस, स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. चिंता की बात ये है कि इन दिनों कोविड के मरीजों के लिए जो एंबुलेंस संचालित हैं, वो नाकाफी हैं. कोविड के मरीजों के लिए एडवांस सपोर्ट सिस्टम एम्बुलेंस और बेसिक स्पोर्ट सिस्टम दोनों ही तरह के एंबुलेंस इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

इसे भी पढ़ें- देश में कोरोना के 1.84 लाख से अधिक केस, 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 1000 पार

राज्य में 108 एंबुलेंस की बात करें, तो उसकी संख्या भी कम है. बता दें कि राज्य में लगभग 400 की संख्या में 108 एंबुलेंस का संचालन हो रहा है, जो कि कोरोना काल में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी कम है. ऐसे में जिस तरह से कोविड के मरीजों में इजाफा हो रहा है, उसके मुताबिक एंबुलेंस की संख्या बढ़नी चाहिए. सबसे ज्यादा परेशानी उन गरीब लोगों के लिए है, जो अस्पताल प्रबंधन पर एंबुलेंस के लिए निर्भर हैं.

Reduction in number of ambulances for covid patients in jharkhand
कोविड के मरीजों के लिए एंबुलेंस की कमी

पिछले दिनों एंबुलेंस के देर से आने पर राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी रजनीश सामध की मौत हो गई. रजनीश सामध के बहनोई बताते हैं कि कई बार फोन करने के बावजूद समय पर एंबुलेंस नहीं मिला और लाचार सिस्टम के चलते उन्होंने अपने परिवार के प्रिय सदस्य को खो दिया. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में एंबुलेंस सेवा की बात करें, तो वर्तमान में कोविड के मरीजों के लिए मात्र 6 एंबुलेंस का परिचालन हो रहा है. एंबुलेंस चालकों की भी कमी होने का मामला सामने आया है.

Reduction in number of ambulances for covid patients in jharkhand
रिम्स में केवल 6 एंबुलेंस का होता है संचालन

इसे भी पढ़ें- BJP प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम को लिखी चिठ्ठी, कहा- सर्वदलीय बैठक कर राज्य में मेडिकल इमरजेंसी करें घोषित

निजी एंबुलेंस चालकों का कहना है कि वो लोग कोरोना के मरीजों को अस्पताल नहीं पहुंचा रहे हैं क्योंकि उनके पास सुरक्षा के लिए PPE किट या अन्य संसाधन मुहैया नहीं हो रहे हैं. ऐसे में वो सिर्फ आम मरीजों को ही एंबुलेंस की सेवा दे रहे हैं. इसके अलावा सरकारी एंबुलेंस के भरोसे ही कोरोना के मरीजों को ढोना निश्चित रूप से एक चुनौती बन गई है. अब देखना होगा कि राज्य सरकार इस चुनौती से कैसे निपटती है. एंबुलेंस सेवा को बढ़ाने के लिए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और स्वास्थ विभाग एंबुलेंस सेवा को लेकर संवेदनशील है और मरीजों को बेहतर एंबुलेंस सेवा देने के लिए काम कर रही है.

रांची: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए अहम भूमिका निभाने वाला एंबुलेंस, स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. चिंता की बात ये है कि इन दिनों कोविड के मरीजों के लिए जो एंबुलेंस संचालित हैं, वो नाकाफी हैं. कोविड के मरीजों के लिए एडवांस सपोर्ट सिस्टम एम्बुलेंस और बेसिक स्पोर्ट सिस्टम दोनों ही तरह के एंबुलेंस इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं.

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राज्य में 108 एंबुलेंस की बात करें, तो उसकी संख्या भी कम है. बता दें कि राज्य में लगभग 400 की संख्या में 108 एंबुलेंस का संचालन हो रहा है, जो कि कोरोना काल में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए काफी कम है. ऐसे में जिस तरह से कोविड के मरीजों में इजाफा हो रहा है, उसके मुताबिक एंबुलेंस की संख्या बढ़नी चाहिए. सबसे ज्यादा परेशानी उन गरीब लोगों के लिए है, जो अस्पताल प्रबंधन पर एंबुलेंस के लिए निर्भर हैं.

Reduction in number of ambulances for covid patients in jharkhand
कोविड के मरीजों के लिए एंबुलेंस की कमी

पिछले दिनों एंबुलेंस के देर से आने पर राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी रजनीश सामध की मौत हो गई. रजनीश सामध के बहनोई बताते हैं कि कई बार फोन करने के बावजूद समय पर एंबुलेंस नहीं मिला और लाचार सिस्टम के चलते उन्होंने अपने परिवार के प्रिय सदस्य को खो दिया. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में एंबुलेंस सेवा की बात करें, तो वर्तमान में कोविड के मरीजों के लिए मात्र 6 एंबुलेंस का परिचालन हो रहा है. एंबुलेंस चालकों की भी कमी होने का मामला सामने आया है.

Reduction in number of ambulances for covid patients in jharkhand
रिम्स में केवल 6 एंबुलेंस का होता है संचालन

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निजी एंबुलेंस चालकों का कहना है कि वो लोग कोरोना के मरीजों को अस्पताल नहीं पहुंचा रहे हैं क्योंकि उनके पास सुरक्षा के लिए PPE किट या अन्य संसाधन मुहैया नहीं हो रहे हैं. ऐसे में वो सिर्फ आम मरीजों को ही एंबुलेंस की सेवा दे रहे हैं. इसके अलावा सरकारी एंबुलेंस के भरोसे ही कोरोना के मरीजों को ढोना निश्चित रूप से एक चुनौती बन गई है. अब देखना होगा कि राज्य सरकार इस चुनौती से कैसे निपटती है. एंबुलेंस सेवा को बढ़ाने के लिए सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और स्वास्थ विभाग एंबुलेंस सेवा को लेकर संवेदनशील है और मरीजों को बेहतर एंबुलेंस सेवा देने के लिए काम कर रही है.

Last Updated : Apr 14, 2021, 2:11 PM IST
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