रांची: सेना की जमीन से जुड़े मामले में ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी से रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़े लोगों के बीच हड़कंप मचा हुआ है (Real estate businessmen stirred up by ED action). ईडी ने रियल एस्टेट की बड़ी मछलियों, नौकरशाहों, सरकारी अफसरों की मिलीभगत को लेकर पहले ही दिन के छापेमारी में बड़े साक्ष्य जुटाए हैं. पूरे मामले में रांची में कार्यरत रहे दो आईएएस अफसर भी ईडी के रडार पर है जल्द ही उनसे पूछताछ की जाएगी.
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जांच तेज, आधी रात लौटी ईडी: शुक्रवार की रात 11:30 पर ईडी की टीम छापेमारी के बाद वापस लौट गई. वहीं, सूचना के अनुसार कई जगहों पर छापामारी अभी जारी है. छापेमारी में ईडी के साथ अहम दस्तावेज लगे हैं. सेना की 4.55 एकड़ जमीन की खरीद में फर्जीवाड़ा के केस के जरिए मनी लाउंड्रिंग की जांच कर रही ईडी को बुंडू इलाके में एक ही दिन में 1457 एकड़ जमीन की खरीद बिक्री से जुड़े साक्ष्य भी मिले हैं. इस मामले में रांची के पूर्व सब रजिस्ट्रार घासीराम पिंगुआ ने पूछताछ में बड़े अधिकारियों की भूमिका की बाते ईडी अधिकारियों को बतायी है. पिंगुआ ने बताया है कि तत्कालीन डीसी के आदेश पर एक ही रात में वन भूमि और गैरमजरूआ जमीन की रजिस्ट्री हो गई थी.
विष्णु अग्रवाल के लंबी पूछताछ: ईडी ने विष्णु अग्रवाल से शुक्रवार को देर रात तक पूछताछ की. आगे इस मामले में ईडी पूछताछ के लिए विष्णु अग्रवाल को समन कर सकती है. रांची में ईडी की टीम सुबह सात बजे विष्णु अग्रवाल के कांके रोड स्थित आवास पर पहुंची थी. कांके रोड में छापेमारी शुरू होने के तीन घंटे बाद ईडी की दूसरी टीम ने न्यूक्लियस मॉल के बेसमेंट में स्थित विष्णु अग्रवाल के दफ्तर में अपनी कार्रवाई शुरू की थी. ईडी की टीम ने विष्णु अग्रवाल के कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल से सारी डेटा हासिल की है.
अमित के कर्मियों से पूछताछ: ईडी की टीम ने कोलकाता के साल्ट लेक में अमित अग्रवाल के घर में छानबीन की. वहां टीम ने पारिवारिक सदस्यों, नौकर चाकर के साथ-साथ दफ्तर में काम करने वाली कर्मियों से भी लंबी पूछताछ की. ईडी इस मामले में रांची जेल में बंद अमित अग्रवाल को भी आगे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.