रांची: लॉकडाउन में किसी भी बच्चे की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो इसके लिए प्रशासन ने घर घर जाकर बच्चों को किताब पहुंचाने का निर्णय लिया है. इसके तहत जिला शिक्षा पदाधिकारी सह दक्षिणी छोटानागपुर के शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने जिले के तमाम प्रखंड और शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को 12 जून तक बच्चों को किताब मुहैया कराने का निर्देश दिया है.
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80 फीसदी स्कूलों में भेजी जा चुकी है किताब
मिल रही जानकारी के मुताबिक रांची सदर के 80 फीसदी स्कूलों को किताबें भेजी जा चुकी है. कुछ कठिनाई होने के कारण घर-घर तक किताबों को पहुंचाने में परेशानी हो रही है .इन परेशानियों को शिक्षा उपनिदेशक को बताया गया है. साथ ही जिले के नए नामांकित विद्यार्थियों को जल्द से जल्द पुस्तके उपलब्ध कराने को कहा गया है.
व्हाट्सएप से भी जुड़ेंगे बच्चे
पढ़ाई में दिक्कत न हो इसके लिए नए विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ने को भी निर्देश दिया गया है. शिक्षा विभाग का यह व्हाट्सएप ग्रुप कक्षा के तहत बनाया गया है. जिले में नामांकित 2 लाख 17 हजार 634 बच्चों में मात्र 72 हजार 308 बच्चे हैं जो ग्रुप के साथ जुड़े हुए हैं. खबर के मुताबिक अभिभावकों के पास एंड्राइड मोबाइल नहीं होने के कारण यह परेशानी आ रही है. इस परेशानी को कैसे दूर किया जाए इसे लेकर भी सुझाव मांगा गया है .लॉकडाउन के कारण जो परेशानी आ रही है इसे लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विचार विमर्श किया है. शत-प्रतिशत बच्चों तक ऑनलाइन पठन-पाठन मुहैया कराने की दिशा में भी कई कोशिशें की जा रही है.
बैठक के दौरान लिया गया निर्णय
सभी बच्चों तक निशुल्क पुस्तक मुहैया हो इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है. शिक्षा उपनिदेशक ने तमाम प्रधाना अध्यापकों और शिक्षकों के साथ ऑनलाइन बैठक के दौरान 12 जून तक हर हाल में किताब मुहैया कराने का निर्देश जारी किया है.