रांची: कांके ब्लॉक ऑफिस के समीप जमीन कारोबारी पर हुई गोलीबारी मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है, लेकिन गोली चलाने वाले अपराधी तो दूर अब तक नामजद आरोपित भी पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं. अवधेश यादव के परिजनों ने जमीन कारोबारी चित्तरंजन सिंह, कुख्यात अपराधी कृष्णा नायक, पंकज और तीन अज्ञात शूटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. लेकिन पुलिस के अलर्ट होने से पहले चितरंजन, कृष्णा नायक और पंकज तीनों ही भूमिगत हो गए. कांके पुलिस और एसआईटी ने गुरुवार की पूरी रात तीनों के कई ठिकानों पर रेड की लेकिन वे सब गायब मिले.
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जमीन विवाद वजह: पुलिस की अब तक की जांच में यह तो साफ हो चुका कि गोलीबारी की मुख्य वजह जमीन विवाद ही है. पुलिस को पता चला है कि रांची के हॉट लिप्स के पास एक जमीन को लेकर चितरंजन, आशुतोष समेत अन्य लोगों के साथ अवधेश यादव का विवाद चल रहा था. हालांकि चितरंजन और अवधेश कभी जमीन के कारोबार में पार्टनर भी थे. घायल जमीन कारोबारी ने अस्पताल में दिए अपने बयान में भी चितरंजन का ही नाम लिया है.
नेपाली की तलाश: पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जमीन कारोबारी पर गोलीबारी करने वाला एक व्यक्ति नेपाली नाम का शूटर है. उसकी पहचान हो चुकी है. हालांकि वह भी अभी पकड़ से बाहर है. उसकी तलाश की जा रही है. रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि हमलावर जल्द पकड़े जाएंगे. उनके बारे में अहम सुराग हासिल हुआ है.
जमीन कारोबारी की स्थिति स्थिर: वहीं, अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार घायल जमीन कारोबारी अवधेश यादव की स्थिति स्थिर बनी हुई है. जमीन कारोबारी को 6 गोलियां मारी गई थी, सभी गोलियां डॉक्टरों के द्वारा ऑपरेट कर निकाल दी गई हैं.