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Naxalite in Jharkhand: 14 मोबाइल खोलेंगे पीएलएफआई और निवेश के राज, जांच में जुटी पुलिस

रांची पुलिस पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के सबसे करीबी निवेश कुमार के विदेशी कनेक्शन खंगालने में जुटी है. इसको लेकर निवेश से बरामद 14 मोबाइल की जांच पुलिस कर रही है. पुलिस ने बताया कि मोबाइट डाटा मिलने के बाद पुख्ता साक्ष्य मिल जाएंगे.

Ranchi Police is investigating foreign connections of Naxalite investments
Ranchi Police is i14 मोबाइल खोलेंगे पीएलएफआई और नक्सली निवेश का राजnvestigating foreign connections of Naxalite investments
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Published : Jan 16, 2022, 8:27 AM IST

रांचीः पुलिस 25 लाख के इनामी नक्सली संगठन पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के सबसे करीबी निवेश कुमार की कुंडली खंगालने में जुटी है. रांची पुलिस की अलग-अलग टीम निवेश के विदेशी कनेक्शन के साथ साथ रांची से जुड़े तार को एक सूत्र में बांध कर जांच को आगे बढ़ा रही है. इस जांच में निवेश के पास से बरामद 14 मोबाइल कई राज खोलेंगे.

यह भी पढ़ेंःNaxalite in Ranchi: पुलिसवालों के साथ खूब छनती थी PLFI नक्सली निवेश की, जमीन कब्जा कराने के लिए दिए थे चार लाख



पुलिस निवेश कुमार के विदेशी कनेक्शन की जांच शुरू कर चुकी है. स्पेशल ब्रांच और रांची पुलिस की टीम निवेश से जब्त मोबाइल को खंगाल रही है. पुलिस को निवेश के मोबाइल से तस्वीरों के साथ साथ चाइनीज और उर्दू भाषा में लिखे कुछ तथ्य मिले हैं, जिसकी जानकारी हासिल की जा रही है. पुलिस पता लगाने में जुटी है कि निवेश के विदेशों में किन-किन लोगों से संपर्क थे. उन लोगों से निवेश ने हथियार खरीदी या नहीं. पुलिस ने बताया कि निवेश शातिर अपराधी है. उसने मोबाइल के सभी डाटा डिलीट कर दिये हैं. मोबाइल डाटा को ब्राउजर के माध्यम से वापस लाने की कार्रवाई की जा रही है.

निवेश कुमार के पास से 14 मोबाइल जब्त किए गये हैं. इन मोबाइल से पुलिस को 200 से ज्यादा बैंक खातों के डिटेल्स मिले हैं. इनमें दर्जन भर खातों से बड़े रकम की ट्रांजेक्शन किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि निवेश ने एक-एक ट्रांजेक्शन 15-20 लाख से ज्यादा के किए हैं. अबतक ढ़ाई करोड़ से ज्यादा के ट्रांजेक्शन डिटेल्स मिले हैं. अन्य खातों का ट्रांजेक्शन खंगाला जा रहा है. पुलिस ने बताया कि जिन खातों की सूची मिली है. उसमें ज्यादातार खातों में क्रेडिट ट्रांजेक्शन है. इन खाताधारकों की केवाइसी डिटेल्स संबंधित बैंकों से मांगे गए हैं. केवाइसी की जानकारी मिलने के बाद मामला और स्पष्ट हो जाएगा. हालांकि, निवेश ने पूछताछ में बताया है कि उसे सुप्रीमो पैसे भेजता है, जिससे हथियारों की खरीदारी और प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट वो करता था. निवेश ने अपने मोबाइल से फोन पे और गूगल पे को हटा दिया है. अब पुलिस निवेश के मोबाइल की मैपिंग करा रही है, ताकि पूरा डाटा रिकवर हो सके.


निवेश के मोबाइल पर दिल्ली के फ्लैट से संबंधित कुछ कागजात मिले हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह फ्लैट खरीदा गया है या नहीं. पुलिस आशंका जता रही है कि संबंधित प्रॉपर्टी निवेश खरीदने या लीज पर लेने के लिए बातचीत कर रहा था. इसके अलावा रांची के नगड़ी, रातू, हटिया इलाके की जमीन से संबंधित कागजात भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि निवेश ने अपनी पत्नी के नाम पर नगड़ी में डेढ़ करोड़ की एक जमीन खरीदी है, जो पीएलएफआई के पैसे से खरीदी गयी है.


धुर्वा निवासी निवेश कुमार ने कई महंगी गाड़ियां अपने पास रखी है, जिसे पुलिस भी नहीं रोके. इसी का फायदा उठाकर वह हथियार और पीएलएफआई नक्सलियों के दैनिक सामान पहुंचाता था. उसने हथियार और सामान लाने के लिए अलग-अलग राज्यों के नंबर की गाड़ी रखी है. पुलिस ने बताया कि जिस राज्य से हथियार लाना रहता है, वह उसी राज्य के नंबर की गाड़ी लेकर जाता था और हथियार लेकर रांची आता था. इसके बाद पीएलएफआई संगठन तक पहुंचाता था. पुलिस ने बताया कि निवेश के घर से बरामद पिस्टल और दर्जनों कारतूस भी पीएलएफआई तक पहुचाया जाना था. लेकिन उससे पहले ही निवेश गिरफ्तार हो गया.

रांचीः पुलिस 25 लाख के इनामी नक्सली संगठन पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के सबसे करीबी निवेश कुमार की कुंडली खंगालने में जुटी है. रांची पुलिस की अलग-अलग टीम निवेश के विदेशी कनेक्शन के साथ साथ रांची से जुड़े तार को एक सूत्र में बांध कर जांच को आगे बढ़ा रही है. इस जांच में निवेश के पास से बरामद 14 मोबाइल कई राज खोलेंगे.

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पुलिस निवेश कुमार के विदेशी कनेक्शन की जांच शुरू कर चुकी है. स्पेशल ब्रांच और रांची पुलिस की टीम निवेश से जब्त मोबाइल को खंगाल रही है. पुलिस को निवेश के मोबाइल से तस्वीरों के साथ साथ चाइनीज और उर्दू भाषा में लिखे कुछ तथ्य मिले हैं, जिसकी जानकारी हासिल की जा रही है. पुलिस पता लगाने में जुटी है कि निवेश के विदेशों में किन-किन लोगों से संपर्क थे. उन लोगों से निवेश ने हथियार खरीदी या नहीं. पुलिस ने बताया कि निवेश शातिर अपराधी है. उसने मोबाइल के सभी डाटा डिलीट कर दिये हैं. मोबाइल डाटा को ब्राउजर के माध्यम से वापस लाने की कार्रवाई की जा रही है.

निवेश कुमार के पास से 14 मोबाइल जब्त किए गये हैं. इन मोबाइल से पुलिस को 200 से ज्यादा बैंक खातों के डिटेल्स मिले हैं. इनमें दर्जन भर खातों से बड़े रकम की ट्रांजेक्शन किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि निवेश ने एक-एक ट्रांजेक्शन 15-20 लाख से ज्यादा के किए हैं. अबतक ढ़ाई करोड़ से ज्यादा के ट्रांजेक्शन डिटेल्स मिले हैं. अन्य खातों का ट्रांजेक्शन खंगाला जा रहा है. पुलिस ने बताया कि जिन खातों की सूची मिली है. उसमें ज्यादातार खातों में क्रेडिट ट्रांजेक्शन है. इन खाताधारकों की केवाइसी डिटेल्स संबंधित बैंकों से मांगे गए हैं. केवाइसी की जानकारी मिलने के बाद मामला और स्पष्ट हो जाएगा. हालांकि, निवेश ने पूछताछ में बताया है कि उसे सुप्रीमो पैसे भेजता है, जिससे हथियारों की खरीदारी और प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट वो करता था. निवेश ने अपने मोबाइल से फोन पे और गूगल पे को हटा दिया है. अब पुलिस निवेश के मोबाइल की मैपिंग करा रही है, ताकि पूरा डाटा रिकवर हो सके.


निवेश के मोबाइल पर दिल्ली के फ्लैट से संबंधित कुछ कागजात मिले हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह फ्लैट खरीदा गया है या नहीं. पुलिस आशंका जता रही है कि संबंधित प्रॉपर्टी निवेश खरीदने या लीज पर लेने के लिए बातचीत कर रहा था. इसके अलावा रांची के नगड़ी, रातू, हटिया इलाके की जमीन से संबंधित कागजात भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि निवेश ने अपनी पत्नी के नाम पर नगड़ी में डेढ़ करोड़ की एक जमीन खरीदी है, जो पीएलएफआई के पैसे से खरीदी गयी है.


धुर्वा निवासी निवेश कुमार ने कई महंगी गाड़ियां अपने पास रखी है, जिसे पुलिस भी नहीं रोके. इसी का फायदा उठाकर वह हथियार और पीएलएफआई नक्सलियों के दैनिक सामान पहुंचाता था. उसने हथियार और सामान लाने के लिए अलग-अलग राज्यों के नंबर की गाड़ी रखी है. पुलिस ने बताया कि जिस राज्य से हथियार लाना रहता है, वह उसी राज्य के नंबर की गाड़ी लेकर जाता था और हथियार लेकर रांची आता था. इसके बाद पीएलएफआई संगठन तक पहुंचाता था. पुलिस ने बताया कि निवेश के घर से बरामद पिस्टल और दर्जनों कारतूस भी पीएलएफआई तक पहुचाया जाना था. लेकिन उससे पहले ही निवेश गिरफ्तार हो गया.

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