रांची: झारखंड के कई जिलों के पुलिस के लिए मुखबिर का काम करने वाले राजा साहब के अपहरण और हत्या मामले का 4 महीने बाद खुलासा कर लिया गया है. टीपीसी उग्रवादियों ने ही राजा की हत्या कर उसे बाइक सहित जला दिया था. पिछले 4 महीने से रांची पुलिस राजा के शव की तलाश कर रही थी. पुलिस के अनुसार कोयला के कारोबार में पैसे के लेन-देन को लेकर उग्रवादियों ने राजा की गोली मारकर हत्या की थी. इसके बाद बाइक समेत उसे जला दिया था. इस घटना में टीपीसी का एरिया कमांडर विनोद महतो उर्फ मुरारी और विक्रम महतो के अलावा सुकेश कुमार उर्फ सुखी महतो भी शामिल था.
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पुलिस ने बुढ़मू के सुमू जंगल में छापेमारी कर सुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जंगल से राजा साहेब की जली हुई बाइक भी बरामद की है. मामले का खुलासा करते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है. इस वारदात को अंजाम देने वाले अन्य उग्रवादियों की भी पुलिस तलाश की जा रही है.
मेला देखकर बाइक से लौट रहे थे राजा साहेब: ग्रामीण एसपी ने बताया कि पिछले साल 17 अक्टूबर को राजा साहेब बुढ़मू थाना क्षेत्र के हिरिंग बोटका गांव में जीवन जोड़ी मेला देखने गया था. शाम में जब वह बाइक से घर लौट रहा था, उसी दौरान रास्ते में ही एरिया कमांडर विनोद महतो उर्फ मुरारी, विक्रम और सुकेश कुमार ने उसका अपहरण कर लिया. इसके बाद उसे सुमू जंगल चितवातरी ले गए, वहां पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उनके शव को बाइक समेत जला दिया. ग्रामीण एसपी ने बताया कि राजा साहेब पहले कोयले का कारोबार किया करते थे. इसी दौरान उग्रवादियों से उनकी पैसे को लेन देन को लेकर विवाद हुआ था. इसी वजह से उग्रवादियों ने उनकी हत्या कर दी.
21 अक्तूबर को पत्नी के बयान पर दर्ज हुआ था केस: रातू थाना क्षेत्र के गुटुवाटोली निवासी गीता राज ने रातू थाने में बीते 21 अक्तूबर 2022 को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी में यह बताया था कि उनके पति राजा साहेब 17 अक्तूबर को बाइक से निकले थे. लेकिन वह घर नहीं लौटे. मामले में पुलिस ने अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की थी.