रांचीः एक सप्ताह के भीतर रांची पुलिस को उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के खिलाफ दूसरी बड़ी सफलता हाथ लगी है. दो दिन पहले एनकाउंटर में कुख्यात विशाल को मार गिराने के बाद रांची एसएसपी को मिली गुप्त सूचना पर स्पेशल टीम ने दस लाख के इनामी तिलकेश्वर गोप को गिरफ्तार कर लिया है. तिलकेश्वर गोप को किसी गुप्त स्थान पर रखकर पुलिस पूछताछ कर रही है. तिलकेश्वर पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का बेहद करीबी है.
तुपुदाना वे इलाके से गिरफ्तार होने की सूचनाः झारखंड के रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला और चाईबासा जिलों के लिए आतंक का पर्याय माने जाने वाले तिलकेश्वर पर झारखंड पुलिस के द्वारा 10 लाख का इनाम घोषित किया गया था. चारों जिलों की टीम उसे गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही थी. इसी दौरान सूचना मिली कि तिलकेश्वर रांची के तुपुदाना इलाके में अपने एक निजी काम से पहुंचा हुआ है. सूचना के बाद आनन-फानन में रांची पुलिस की एक स्पेशल टीम ने बड़े ही गोपनीय तरीके से तिलकेश्वर को दबोच ने का प्लान बनाया और वे इसमें कामयाब भी रहे. हालांकि तिलकेश्वर के पास से कोई हथियार बरामद हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है.
साल 2018 में हुई थी संपत्ति जब्तः तिलकेश्वर का झारखंड के खूंटी जिले में ज्यादा आतंक था. उस पर 2 दर्जन से ज्यादा उग्रवादी कांड में संलिप्त रहने को लेकर अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं. साल 2018 में यूएपी एक्ट की धारा 24 ए के तहत सब जोनल कमांडर तिलकेश्वर ग्रुप के एक दर्जन से ज्यादा वाहनों और अन्य संपत्तियों को पुलिस ने जब्त किया था. तिलकेश्वर खूंटी जिले का ही रहने वाला है. वह पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप का बेहद करीबी है.
एक सफ्ताह के भीतर दूसरी सफलताः उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी बड़ी सफलता है, सोमवार की देर रात रांची के ठाकुरगांव इलाके में रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने पीएलएफआई के एरिया कमांडर रैंक के उग्रवादी विशाल को एनकाउंटर में मार गिराया था. दो दिन बाद ही 10 लाख के इनामी तिलकेश्वर की गिरफ्तारी से रांची पुलिस का उत्साह चरम पर है. पुलिस 27 जनवरी को इस मामले का खुलासा कर सकती है