रांची: राजधानी में रात 10 बजे के बाद डीजे बजाने वालों के खिलाफ पुलिस की टीम कार्रवाई लगातार जारी है. रांची के सीनियर एसपी ने हर थाना प्रभारी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वे किसी भी हाल में रात 10 बजे के बाद किसी भी समारोह में डीजे ना बजने दें. मामले को लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की जा रही है. अब तक कई थाना क्षेत्रों से डीजे के साउंड बॉक्स सहित कई सामान जब्त किए गए हैं. साथ ही मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है.
टीम गठित कर की जा रही कार्रवाई: रात 10 बजे के बाद डीजे बजाने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एक तरफ जहां थाना प्रभारी रात में मशक्कत कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ रांची के सीनियर एसपी और क्यूआरटी के सदस्य भी घूम-घूम कर डीजे बजानेवालों पर ब्रेक लगा रहे हैं. कहीं से भी अगर तेज आवाज सुनाई पड़ रही है तो पुलिस वाले उसके पीछे दौड़ पड़ते हैं और कार्रवाई करते हैं.
हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस कर रही कार्रवाई: रांची में कई नाइट क्लब में डीजे के तेज आवाज की वजह से लोगों की नींद तो हराम हो रही थी. साथ ही आसपास के अस्पतालों में मरीजों को बेहद तकलीफ का सामना करना पड़ रहा था. मामले को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में यह सख्त आदेश दिया है कि रात 10 बजे के बाद अगर कहीं भी डीजे बजे तो उस पर कार्रवाई की जाए. जिसके बाद रांची पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
सबसे ज्यादा कार्रवाई गोंदा थाना इलाके में:रांची पुलिस ने अब तक तेज साउंड में डीजे बजाने के मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों पर कार्रवाई की है. हालांकि लिखित आवेदन और माफीनामा देने के बाद अधिकांश पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई. जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई वो वैसे लोग थे, जिन्होंने पुलिस के सामने यह लिख कर दिया है कि वह आगे से 10 बजे के बाद डीजे नहीं बजाएंगे. हालांकि रांची के गोंदा इलाके पुलिस ने सबसे अधिक कार्रवाई की है. साथ ही कई डीजे को भी जब्त किया है.
शादी के सीजन में दहशत में डीजे संचालक: फिलहाल शादी के लगन का सीजन चल रहा है लेकिन डीजे नहीं बज पा रहा है. क्योंकि अधिकांश बारात रात 10 बजे के बाद ही निकलती हैं. ऐसे में बारातियों को सिर्फ पारंपरिक बाजा से ही काम चलाना पड़ रहा है. बारातियों के कहने पर भी डीजे वाले अपनी सेवा नहीं दे पार रहे हैं. क्योंकि वह जानते हैं कि अगर डीजे बजा तो उनकी डीजे तो जब्त होगा ही, साथ ही उन पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी.