रांची: सांसद संजय सेठ ने नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना प्रसारण खेलकूद एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर पत्रकारों के लिए केंद्रीयकृत जीवन बीमा मुहैया कराने की मांग की है. केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात के दौरान संजय सेठ ने कहा कि पत्रकार जोखिम भरा कार्य करते हैं ऐसे में इनके और इनके परिवार को स्वास्थ्य बीमा के लाभ से जरूर जोड़ा जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें- बीजेपी मिशन 2024: झारखंड में जमीनी जनाधार की हकीकत जानने की कोशिश में जुटी बीजेपी
मुलाकात के क्रम में रांची में होने वाले सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में शामिल होने का आग्रह केन्द्रीय मंत्री से करते हुए रांची सांसद ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की. केंद्रीय मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में सांसद ने राजधानी रांची स्थित खेलगांव में केंद्रीय खेल विश्वविद्यालय खोलने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि राजधानी रांची में स्थित खेलगांव एशिया महादेश का सबसे बड़ा स्पोर्ट्स कंपलेक्स है परंतु इसका पूरी तरह से सदुपयोग नहीं हो पा रहा है. यहां पर केंद्रीय खेल विश्वविद्यालय खोलने से ना केवल झारखंड के खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा बल्कि राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने से देशभर के खिलाड़ी को भी इसका लाभ मिलेगा.
यूट्यूब चैनल को मान्यता देने का आग्रह: केंद्रीय मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में रांची सांसद संजय सेठ ने डीडी चैनल को सर्वव्यापी बनाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि आजादी के अमृत काल में झारखंड दूरदर्शन के द्वारा राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों वीर बलिदानियों सहित सामाजिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तित्व के जीवन की पटकथा का प्रसारण क्षेत्रीय भाषाओं में होना चाहिए ताकि लोग अपने राज्य की महान विभूतियों के वीरगाथा से अवगत हो सके. रांची दूरदर्शन पर 24 घंटे का प्रसारण आरंभ हो चुका है. 24 घंटे प्रसारित इस चैनल की उपलब्धता डीटीएच, टाटा स्काई, एयरटेल जैसे प्लेटफार्म पर नहीं है. इस वजह से लोग चाह करके भी यहां की खबरें अपने क्षेत्रों में देखने से वंचित रह जाते हैं. इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है.
वहीं झारखंड सहित देशभर में बड़ी संख्या में यूट्यूब चैनल चल रहे हैं जो खबरों का प्रसारण करते हैं. ग्राउंड लेवल पर उनके पास कई बार बेहतर समाचार होते हैं. इनके समाचार को मान्यता मिल सके इस दिशा में शीघ्रता से काम करने की आवश्यकता है. संजय सेठ ने केंद्रीय सूचना मंत्री से इस संबंध में एक नियमावली बनाकर ऐसे यूट्यूब चैनल को मान्यता देने के लिए उनका निबंधन कराने की दिशा में कार्य करने का आग्रह किया. वहीं ओटीटी प्लेटफॉर्म के मामले में सांसद ने केंद्रीय मंत्री से कहा की ओटीटी प्लेटफॉर्म पर वर्तमान समय में फिल्मों की बाढ़ सी आ गई है. इसके प्रति नागरिकों का आकर्षण भी बढा है. यहां क्रिएटिविटी के नाम पर अश्लीलता परोसी जा रही है. बड़ी संख्या में ऐसी सामग्री आ रही है जो गाली-गलौज और अश्लीलता से भरी है. कई बार इसकी सामग्री परिवार के साथ बैठकर देखने लायक नहीं होता है. ऐसी संस्थाओं को दिशा निर्देश दिए जाने की आवश्यकता है. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर कठोर कार्रवाई करने की भी जरूरत है.