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ड्रेस कोड के बदले बुर्के में मेडल लेने पहुंची छात्रा, कॉलेज प्रबंधन ने नहीं दी इजाजत

मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में एक छात्रा को राज्यपाल के हाथों उपाधि और गोल्ड मेडल नहीं दिया गया. छात्रा ड्रेस कोड के बजाय बुर्का पहनकर पहुंची थी. कॉलेज प्रबंधन के समझाने के बाद भी छात्रा ड्रेस कोड में मेडल लेने के लिए राजी नहीं हुई. जिसके बाद छात्रा को राज्यपाल से मेडल नहीं दिया गया.

मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी
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Published : Sep 16, 2019, 12:10 PM IST

Updated : Sep 16, 2019, 7:30 PM IST

रांची: रविवार को मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में एक ऐसा भी वक्त आया जब माहौल काफी असहज हो गया. दरअसल रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप में आयोजित ग्रेजुएशन सेरेमनी में विद्यार्थियों के बीच उपाधि और गोल्ड मेडल वितरित करने राज्यपाल श्रीमती द्रोपदी मुर्मू पहुंची थीं. इस सेरेमनी में कुल 63 गोल्ड मेडल विद्यार्थियों के बीच बांटने थे लेकिन 63 की जगह 62 ही गोल्ड मेडल विद्यार्थियों के बीच बांटे गए. एक छात्रा को ड्रेस कोड नहीं पहन कर आने के कारण राज्यपाल के हाथों डिग्री नहीं दी गई.

देखें पूरी खबर

दरअसल पिछले कुछ सालो से रांची विश्वविद्यालय ड्रेस कोड के तौर पर छात्रों के लिए धोती, कुर्ता-पायजामा और छात्राओं के लिए साड़ी या सलवार सूट को अधिकृत किया गया है. गाउन प्रथा पूरी तरह हटा दिया गया है. इसी के तहत मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में भी यही ड्रेस कोड लागू था.

ये भी देखें- छात्र संघ चुनाव: 27 सितंबर को DSPMU को मिलेगा कैंपस का बादशाह, 5 सीटों के लिए 26 को वोटिंग

लेकिन, उस दौरान बीएससी मैथ्स की छात्रा जो कि गोल्ड मेडलिस्ट है. वह ड्रेस कोड के बजाय बुर्का पहनकर पंहूची थी. कॉलेज प्रबंधन ने इस समारोह के दौरान छात्रा को गोल्ड मेडल प्रदान करने से मना कर दिया जिससे छात्रा राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त करने से वंचित रह गई. हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने छात्रा को बहुत समझाया. लेकिन, वह भी बिना बुर्का के गोल्ड मेडल लेने के लिए राजी नहीं थी.

रांची: रविवार को मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में एक ऐसा भी वक्त आया जब माहौल काफी असहज हो गया. दरअसल रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप में आयोजित ग्रेजुएशन सेरेमनी में विद्यार्थियों के बीच उपाधि और गोल्ड मेडल वितरित करने राज्यपाल श्रीमती द्रोपदी मुर्मू पहुंची थीं. इस सेरेमनी में कुल 63 गोल्ड मेडल विद्यार्थियों के बीच बांटने थे लेकिन 63 की जगह 62 ही गोल्ड मेडल विद्यार्थियों के बीच बांटे गए. एक छात्रा को ड्रेस कोड नहीं पहन कर आने के कारण राज्यपाल के हाथों डिग्री नहीं दी गई.

देखें पूरी खबर

दरअसल पिछले कुछ सालो से रांची विश्वविद्यालय ड्रेस कोड के तौर पर छात्रों के लिए धोती, कुर्ता-पायजामा और छात्राओं के लिए साड़ी या सलवार सूट को अधिकृत किया गया है. गाउन प्रथा पूरी तरह हटा दिया गया है. इसी के तहत मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में भी यही ड्रेस कोड लागू था.

ये भी देखें- छात्र संघ चुनाव: 27 सितंबर को DSPMU को मिलेगा कैंपस का बादशाह, 5 सीटों के लिए 26 को वोटिंग

लेकिन, उस दौरान बीएससी मैथ्स की छात्रा जो कि गोल्ड मेडलिस्ट है. वह ड्रेस कोड के बजाय बुर्का पहनकर पंहूची थी. कॉलेज प्रबंधन ने इस समारोह के दौरान छात्रा को गोल्ड मेडल प्रदान करने से मना कर दिया जिससे छात्रा राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त करने से वंचित रह गई. हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने छात्रा को बहुत समझाया. लेकिन, वह भी बिना बुर्का के गोल्ड मेडल लेने के लिए राजी नहीं थी.

Intro:रांची।

मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में एक ऐसा भी वक्त आया जब .काफी असहज महसूस किया गया. दरअसल रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप में आयोजित ग्रेजुएशन सेरेमनी में विद्यार्थियों के बीच उपाधि और गोल्ड मेडल वितरित करने राज्यपाल श्रीमती द्रोपति मुर्मू पहुंची थी. इस दौरान कुल 63 के जगह 62 ही गोल्ड मेडल विद्यार्थियों के बीच बांटे गए . एक छात्रा ड्रेस कोड नहीं पहन के आने के कारण राज्यपाल के हाथों डिग्री लेने में वंचित रह गई....




Body:दरअसल पिछले कुछ वर्षों से रांची विश्वविद्यालय द्वारा ड्रेस कोड के तौर पर छात्रों के लिए धोती कुर्ता- पायजामा और छात्राओं के लिए साड़ी या सलवार सूट को अधिकृत किया गया है .गाउन प्रथा पूरी तरह हटा दिया गया है .इसी के तहत मारवाड़ी कॉलेज के ग्रेजुएशन सेरेमनी में भी यही ड्रेस कोड लागू था. लेकिन इस दौरान यूजी के बेस्ट ग्रेजुएट का बीएससी मैथ्स की छात्रा जो कि गोल्ड मेडलिस्ट है .वह ड्रेस कोड के बजाय बुर्का पहनकर पंहूची थी .कॉलेज प्रबंधन ने इस समारोह के दौरान छात्रा को गोल्ड मेडल प्रदान करने से मना कर दिया और छात्रा राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त करने से वंचित रह गई. हालाकी छात्रा को कॉलेज प्रबंधन द्वारा समझाया गया था .लेकिन वह भी बिना बुर्खा के गोल्ड मेडल लेने के लिए राजी नहीं थी .मामले को लेकर छात्रा की पिता ने जानकारी दी है ।





Conclusion:बाइट- मोहम्मद इकरामुहल हक ,छात्रा की पिता
Last Updated : Sep 16, 2019, 7:30 PM IST
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