रांची: राजधानी के चुटिया थाना अंतर्गत बनस तालाब में डूबने से सोमवार को मोहमद आशिफ (15 वर्ष) की मौत हो गई. सुबह करीब 10 बजे आशिफ तालाब में नहाने गया था. इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया. जिससे उसकी जान चली गई. डूबते समय स्थानीय लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया. लेकिन उनका प्रयास असफल रहा. देर शाम पुलिस-प्रशासन की मदद से उसके शव को निकाला गया. शव निकालने को लेकर लोगों ने प्रशासन पर अनदेखी और बदसलूकी का आरोप लगाया.
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पुलिस ने डांटकर लोगों को भगायाः प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि किशाेर के डूबने की सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी गई. लेकिन स्थानीय पुलिस मौके पर नहीं पहुंच पाई. कई घंटों तक युवक का शव पानी के अंदर मिट्टी में फंसा रहा. स्थानीय लोगों के बार-बार सूचित करने के बावजूद एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. प्रत्यक्षदर्शियों ने प्रशासन पर उपेक्षा और घटना की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. कहा कि युवक के डूबने के बाद जब पुलिस से शव निकालने की बात कही तो स्थानीय थाना की पुलिस ने डांटकर उन्हें भगा दिया.
लोकतंत्र में पुलिस का यह रवैया ठीक नहींः स्थानीय वार्ड पार्षद नाजिमा राजा ने बताया कि यह घटना करीब 10 बजे हुई. लेकिन एक बजे तक मौके पर प्रशासन की टीम नहीं पहुंची पाई. स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर जमकर गुस्सा निकाला. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन समय पर पहुंच जाता तो शव को जल्दी निकाला जा सकता था. ये पुलिस-प्रशासन की उपेक्षा का ही परिणाम था, जिसकी वजह से शव निकालने में देरी हुई.