रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Jharkhand Stste Congress Committee) ने केंद्र सरकार पर स्पाइवेयर पेगासस (Spyware Pegasus) इस्तेमाल कर फोन टैपिंग (Phone Tapping) का आरोप लगाते हुए इसे भारत के संविधान के प्रावधानों के खिलाफ बताया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव (Rameshwar Oraon) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि फोन टैपिंग मामले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री जिम्मेवार हैं, इसलिए उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एजेंसी से कराने की मांग की है, साथ ही सुप्रीम कोर्ट से मॉनिटरिंग की भी मांग की है.
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डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि फोन टैपिंग के खिलाफ झारखंड प्रदेश कांग्रेस 22 जुलाई को राजभवन मार्च कर विरोध जताएगी. उन्होंने कहा कि देश में कोई भी सरकार कानून और संविधान के प्रावधानों को ध्यान में रखकर काम करती है, देश में इंडियन टेलीफोन एक्ट है, जिसमें कहा गया कि किसी की फोन टैपिंग बिना सरकार से परमिशन के नहीं की जा सकती है, होम सेक्रेटरी जब आदेश देते हैं, तब फोन टैपिंग की जाती है, लेकिन स्पाइवेयर के माध्यम से फोन टैपिंग की जा रही है, यह पूरी तरह से गलत है, यह संविधान के प्रावधानों और टेलीफोन एक्ट के खिलाफ है.
रामेश्वर उरांव ने दी आंदोलन की चेतावनी
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि स्पाइवेयर कोई आम व्यक्ति नहीं ले सकता है, बल्कि इसे सरकार ही ले सकती है, इसके जरिये जासूसी की जा रही है, जिसमें कई अपोजिशन के नेता भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रिय नेता राहुल गांधी की भी जासूसी हो रही है, इससे यह साफ हो गया है कि भारत सरकार ने इजराइल से इस स्पाइडर को एक्सपोर्ट किया है और लोगों की जासूसी की जा रही है. उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि कहीं ना कहीं स्पाइवेयर की वजह से ही मोदी कैबिनेट में बदलाव किया गया है, अगर इसकी जांच हो जाएगी तो पूरा मामला साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तो पार्टी सड़क से लेकर सदन तक इस मामले को लेकर आंदोलन करेगी.