रांची: झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को कहा कि रेवेन्यू कलेक्शन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार लॉकडाउन 3 के बाद शराब बिक्री पर विचार कर रही है.
रामेश्वर उरांव नें कहा कि पिछले एक हफ्ते से इस बिंदु पर चर्चा हो रही है, राज्य सरकार यह भी तय कर रही है कि कितनी देर दुकानों को खुला रखा जाए, जिससे सोशल डिस्पेंसिंग भी लागू हो जाए, रेवेन्यू कलेक्शन भी उसी हिसाब से हो सके. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि इसे लेकर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री को लेना है.
सीएम हेमंत सोरेन के साथ हुई उरांव और आलम की बैठक
दरअसल रामेश्वर उरांव प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांके रोड स्थित आवास पर बैठक में शामिल होने पहुंचे थे. बैठक के बाद उरांव ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाया जाए या नहीं इसे लेकर शुक्रवार को केंद्र को अपने सुझाव सौंपने हैं, इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से चर्चा भी हुई है और अब वही अंतिम फैसला लेंगे.
केंद्रीय मंत्री के ट्वीट को किया खारिज
वहीं, रेल मंत्री पीयूष गोयल के कथित ट्वीट पर रामेश्वर उरांव ने कहा कि जिन राज्यों में प्रवासी मजदूर फंसे हैं उन्हें झारखंड से एनओसी लेना है, आनेवाले लोगों का बाकायदा लिस्ट तैयार कर यहां सूचित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनको लाने का भाड़ा झारखंड सरकार वहन कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रक्रिया भी यही है झारखंड से दूसरे इलाकों में भेजने के लिए झारखंड सरकार को संबंधित राज्य से एनओसी देना होगा.
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मंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में वापस लौट रहे हैं और उन्हें सकुशल उनके घर तक पहुंचाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि यहां आने के बाद उन्हें अलग-अलग जिलों में भी भेजना पड़ रहा है. बैठक के बाद रामेश्वर उरांव ने कहा कि राहत पैकेज के नाम पर लोगों का बनाया जा रहा है.