रांची: विश्व भर में मनाए जा रहे मदर्स डे को रामकृष्ण मिशन संस्था के द्वारा मां शारदा दिवस के रूप में मनाया गया. रामकृष्ण मिशन के 125 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मोरहाबादी स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
13 मई से 15 मई तक रामकृष्ण मिशन आश्रम में यह विशेष आयोजन हो रहा है. इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरा दिन यानी 14 मई मातृ दिवस पर आधारित रहा और सभी कार्यक्रम विश्व भर की माताओं को समर्पित किया गया. विश्व भर में मनाए जा रहे मातृ दिवस के तर्ज पर रामकृष्ण मिशन के स्वयंसेवकों ने इस दिन को अविस्मरणीय बनाते हुए शारदा दिवस के रूप में मनाने का काम किया.
तीन दिवसीय कार्यक्रम में भारतीय महिलाओं के सशक्तिकरण पर विचार किया गया. रामकृष्ण मिशन का भारत में महिलाओं के सशक्तिकरण में क्या योगदान रहा, इसकी चर्चा की गई और महिलाओं को किस तरह से समाज में बराबर का दर्जा दिलाया जाए. इस पर भी स्वयंसेवकों ने विचार किया. कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची झारखंड उच्च न्यायालय की जस्टिस अनुभा रावत चौधरी ने कहा कि एक महिला सर्वगुण संपन्न होती है. वह सिर्फ अपने परिवार की ही नहीं बल्कि पूरे समाज का नेतृत्व कर रही है. लेकिन इसके बावजूद झारखंड जैसे राज्यों के कई ऐसे शुद्ध एवं ग्रामीण क्षेत्र हैं, जहां महिला पुरुष के साथ खड़ी नहीं हो पा रही है.
विश्व मातृ दिवस के मौके पर जस्टिस अनुभा रावत चौधरी ने कहा कि विश्व की सारी महिलाएं एक मां के समान हैं. समाज को बेहतर बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को महिला का सम्मान करना चाहिए ताकि समाज का संपूर्ण विकास हो सके.