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खास है राजभवन का किचन गार्डन, लगातार दूसरे दिन भी हजारों लोगों ने किया दीदार

झारखंड के राजभवन उद्यान आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. राजभवन खुलने के दूसरे दिन लगातार हजारों लोगों ने आकर्षक फूलों और पेड़-पौधों का दीदार किया. इस उद्यान में एक ऐसा किचन गार्डन भी है, जहां हींग से लेकर जीरा तक उपलब्ध है. जो लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है.

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Published : Feb 3, 2020, 7:07 PM IST

Raj Bhavan Garden Open for Common People in Ranchi
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रांची: राजभवन उद्यान आम लोगों के लिए रविवार से खोल दिया गया है. इस राजभवन को देखने के लिए पहले ही दिन हजारों लोग पहुंचे थे, जबकि दूसरे दिन इस राजभवन का दीदार 4 हजार 122 लोगों ने किया. इस राजभवन में एक ऐसा किचन गार्डन भी है, जहां हींग से लेकर जीरा तक उपलब्ध है.

देखें पूरी खबर

राजभवन खुलते ही हजारों लोगों ने आकर्षक फूलों और पेड़-पौधों का दीदार किया. 2 फरवरी से 16 फरवरी तक आम लोगों के अवलोकन के लिए झारखंड का ऐतिहासिक राजभवन खोला गया है. इस राजभवन को देखने दूरदराज से लोग पहुंच रहे हैं. दूसरे दिन इस राजभवन का दीदार करने 4 हजार 122 लोग पहुंचे. इस राजभवन में एक ऐसा किचन गार्डन है. जहां हींग से लेकर जीरा तक उपलब्ध है. इसी किचन गार्डन में उपजाई सब्जियां राजभवन के शाही किचन में पकाई जाती है. यह किचन गार्डन भी सैलानियों को आकर्षित कर रहा है.

2006 से आम लोगों के लिए खोला जा रहा राजभवन

झारखंड राजभवन उद्यान आम लोगों को खासा आकर्षित कर रही है. 2006 से आम लोगों के लिए खोला जा रहा इस उद्यान के अवलोकन करने अपने राज्य के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी पहुंच रहे हैं, क्योंकि यह उद्यान काफी मनमोहक तो है ही, इसके साथ ही यहां ऐसे कई दुर्लभ चीजें हैं जिसका दीदार करने लोग पहुंच रहे हैं. देशी-विदेशी गुलाब की 100 प्रजाति के फूलों के अलावा एक ऐसा किचन गार्डन भी है. जहां हींग से लेकर जीरा तक बिना खाद के उपजाई जाती है और यह सिलसिला 12 महीना जारी रहता है. हर सीजन की सब्जियां इस गार्डन में उपजाई जाती है. टमाटर, फूलगोभी, अन्य सब्जियों के आलावा गोलकी, जीरा और कई तरह के मसाले इस गार्डन में आपको देखने को मिल जाएंगे.

राजभवन के शाही किचन में पकती है गार्डन की सब्जियां

राज्यपाल के लिए भी इसी किचन गार्डन में सब्जियां उगाई जाती है. राजभवन के किचन गार्डन में उपजाई गई सब्जियां ही शाही किचन में पकती है. पिछले कई सालों से यहां रहने वाले राज्यपाल इसी उद्यान की उपजाई हुई सब्जियां खाते हैं. बाहर की सब्जियां राजभवन के किचन में नहीं पकाई जाती है. इस किचन गार्डन का देखरेख करने के लिए 4 माली नियुक्त हैं. इन्हीं के देख-रेख में सब्जियां उगाई जाती है और शाही किचन तक पहुंचाई भी जाती है. कई मायनों में राजभवन उद्यान में बनाया गया यह किचन गार्डन बेहतरीन है.

और पढ़ें- आज राजधानी के कई इलाकों में रहेगी पानी की किल्लत, जानिए क्या है वजह

बता दें कि लगातार रांची राजभवन का दीदार करने राज्यभर से लोग पहुंच रहे है. राजभवन के इस शाही किचन गार्डन के अलावा और भी कई दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधे और दर्शनीय चीजें हैं. जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं और लोग इस उद्यान को बेहतरीन भी बता रहे हैं.

रांची: राजभवन उद्यान आम लोगों के लिए रविवार से खोल दिया गया है. इस राजभवन को देखने के लिए पहले ही दिन हजारों लोग पहुंचे थे, जबकि दूसरे दिन इस राजभवन का दीदार 4 हजार 122 लोगों ने किया. इस राजभवन में एक ऐसा किचन गार्डन भी है, जहां हींग से लेकर जीरा तक उपलब्ध है.

देखें पूरी खबर

राजभवन खुलते ही हजारों लोगों ने आकर्षक फूलों और पेड़-पौधों का दीदार किया. 2 फरवरी से 16 फरवरी तक आम लोगों के अवलोकन के लिए झारखंड का ऐतिहासिक राजभवन खोला गया है. इस राजभवन को देखने दूरदराज से लोग पहुंच रहे हैं. दूसरे दिन इस राजभवन का दीदार करने 4 हजार 122 लोग पहुंचे. इस राजभवन में एक ऐसा किचन गार्डन है. जहां हींग से लेकर जीरा तक उपलब्ध है. इसी किचन गार्डन में उपजाई सब्जियां राजभवन के शाही किचन में पकाई जाती है. यह किचन गार्डन भी सैलानियों को आकर्षित कर रहा है.

2006 से आम लोगों के लिए खोला जा रहा राजभवन

झारखंड राजभवन उद्यान आम लोगों को खासा आकर्षित कर रही है. 2006 से आम लोगों के लिए खोला जा रहा इस उद्यान के अवलोकन करने अपने राज्य के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी पहुंच रहे हैं, क्योंकि यह उद्यान काफी मनमोहक तो है ही, इसके साथ ही यहां ऐसे कई दुर्लभ चीजें हैं जिसका दीदार करने लोग पहुंच रहे हैं. देशी-विदेशी गुलाब की 100 प्रजाति के फूलों के अलावा एक ऐसा किचन गार्डन भी है. जहां हींग से लेकर जीरा तक बिना खाद के उपजाई जाती है और यह सिलसिला 12 महीना जारी रहता है. हर सीजन की सब्जियां इस गार्डन में उपजाई जाती है. टमाटर, फूलगोभी, अन्य सब्जियों के आलावा गोलकी, जीरा और कई तरह के मसाले इस गार्डन में आपको देखने को मिल जाएंगे.

राजभवन के शाही किचन में पकती है गार्डन की सब्जियां

राज्यपाल के लिए भी इसी किचन गार्डन में सब्जियां उगाई जाती है. राजभवन के किचन गार्डन में उपजाई गई सब्जियां ही शाही किचन में पकती है. पिछले कई सालों से यहां रहने वाले राज्यपाल इसी उद्यान की उपजाई हुई सब्जियां खाते हैं. बाहर की सब्जियां राजभवन के किचन में नहीं पकाई जाती है. इस किचन गार्डन का देखरेख करने के लिए 4 माली नियुक्त हैं. इन्हीं के देख-रेख में सब्जियां उगाई जाती है और शाही किचन तक पहुंचाई भी जाती है. कई मायनों में राजभवन उद्यान में बनाया गया यह किचन गार्डन बेहतरीन है.

और पढ़ें- आज राजधानी के कई इलाकों में रहेगी पानी की किल्लत, जानिए क्या है वजह

बता दें कि लगातार रांची राजभवन का दीदार करने राज्यभर से लोग पहुंच रहे है. राजभवन के इस शाही किचन गार्डन के अलावा और भी कई दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधे और दर्शनीय चीजें हैं. जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं और लोग इस उद्यान को बेहतरीन भी बता रहे हैं.

Intro:रांची।

2 फरवरी से 16 फरवरी तक आम लोगों के अवलोकन के लिए झारखंड का ऐतिहासिक राजभवन खोला गया है. इस राजभवन को देखने दूरदराज से लोग आ रहे हैं .दूसरे दिन इस राज भवन का दीदार 4 हजार 122 लोगों ने किया है .इस राजभवन में एक ऐसा किचन गार्डन है. जहां हींग से लेकर जीरा तक उपलब्ध है. इसी किचन गार्डन में उपजाई सब्जियां राजभवन के शाही किचन में पकाई जाती है. यह किचन गार्डन भी सैलानियों को आकर्षित कर रहा है.


Body:झारखंड राजभवन उद्यान आम लोगों को खासा आकर्षित कर रही है .2006 से आम लोगों के लिए खोले जा रहे उद्यान के अवलोकन करने अपने राज्य के अलावे अन्य राज्यों के लोग भी पहुंच रहे हैं. क्योंकि यह उद्यान काफी मनमोहक तो है ही यहां ऐसे कई दुर्लभ चीजें हैं जिसका दीदार करने लोग पहुंच रहे हैं. देशी-विदेशी गुलाब की 100 प्रजाति के फूलों के अलावे एक ऐसा किचन गार्डन भी है. जहां हींग से लेकर जीरा तक बिना खाद के उपजाई जाती है और यह सिलसिला 12 महीना जारी रहता है. हर सीजन की सब्जियां इस गार्डन में उपजाई जाती है. टमाटर, फूलगोभी , अन्य सब्जियों के आलावे ,गोलकी जीरा और कई तरह के मसाले इस गार्डन में आपको मिल जाएंगे.

राजभवन के शाही किचन में पकती है इस किचन गार्डन की सब्जियां

राज्यपाल के लिए भी इसी किचन गार्डन में सब्जियां उगाई जाती है और राजभवन के शाही किचन तक पहुंचाई जाती है पिछले कई वर्षों से यहां रहने वाले राज्यपाल यही की उपजाऊ हुई सब्जियां खाते हैं बाहर की सब्जियां राजभवन के किचन में नहीं पकाई जाती है इस किचन गार्डन का देखरेख करने के लिए चार माली काम करते हैं और इन्हीं के द्वारा शाही किचन तक सब्जियां पहुंचाई भी जाती है कई मायनों में राजभवन उद्यान में बनाए गए यह किचन गार्डन बेहतरीन है.


Conclusion:लगातार राजभवन का दीदार करने राज्य भर से लोग पहुंच रहे है. राजभवन के इस शाही किचन गार्डन के अलावे और भी कई दुर्लभ प्रजाति के पेड़ पौधे और दर्शनीय चीजें हैं जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं और लोग इस उद्यान को बेहतरीन भी बता रहे हैं.


बाइट-चुलाई मंडल,माली राजभवन।
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