रांचीः झारखंड में कोरोना की पहले लहर में जहां 1100 के करीब लोगों की जान गई थी. दूसरे वेव में दो महीनों के भीतर ही 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. आलम ये रहा कि ब्लैक फंगस जैसी पोस्ट कोविड बीमारियों ने भी राज्य में 31 लोगों की जान ले ली. संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा तैयारी में जुटा है. इसके लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं.
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प्रदेश में एक वक्त ऐसा भी गुजरा था कि साल 2021 के अप्रैल-मई में राज्य ने तबाही का मंजर देखा था. कोरोना की दूसरी लहर में आलम ऐसा था कि संक्रमितों के लिए ना बेड मिल रहा था ना ऑक्सीजन. आम हो या खास हर किसी को जान के लाले पड़ गए थे.
पोस्ट कोविड म्यूकरमाइकोसिस भी बना बड़ा खतरा
राज्य में महामारी घोषित पोस्ट कोविड बीमारी म्यूकरमाइकोसिस (Black Fungus) से राज्य की एक तिहाई यानी 08 जिला रेड जोन में है. ब्लैक फंगस से राज्य में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 166 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इसके अलावा MIS-C जैसी बीमारी से बच्चे आक्रांत हो रहे हैं.
अब सामना कोरोना के 3rd wave से, कितने तैयार हैं हम
अब सामना होना है कोरोना के थर्डवेव से, सेकंड वेव के नुकसान से सबक लेने की बात सरकार के नुमाइंदे और अधिकारी कर रहे हैं. संभावित चुनौती से निपटने के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है कि संक्रमित होने पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को बचाया जा सके और उपचार इस कदर हो कि ब्लैक फंगस की बीमारी सामने ना आए.
3rd वेव से निपटने के लिए क्या कुछ है तैयारी
कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी ना हो इस लिए राज्य में 38 PSA प्लांट बनाए जा रहे हैं. रांची में ही 07 PSA प्लांट होंगे, वहीं सदर अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट भी होगा. जहां PSA प्लांट नहीं है, वहां ऑक्सीजन कंसेंट्रेशन मशीन लगाया गया है. इसके अलावा जिलास्तर पर ट्रेंड डॉक्टर और नर्सो को तैनात किया गया है.
खोला गया PICU और HDU
सदर अस्पताल रांची में जहां बेहतरीन PICU और HDU खोल दिया गया है, वहीं सभी CHC-PHC में भी बच्चों के लिए 10 बेड का HDU बनाया जा रहा है. वेंटिलेटर संचालन के लिए ट्रेंड मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जा रही है. रिम्स में ऐसी व्यवस्था की गई है कि आपात स्थिति आते ही चंद घंटों में 1000 बेड का विशेष कोविड अस्पताल काम करने लगेगा. इसके अलावा सभी अस्पतालों में कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाएं भेजी जा रही हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े
झारखंड में मार्च 2020 से 31 मार्च 2021 तक महज 1 हजार 113 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी. इस दौरान 01 लाख 24 हजार 201 लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे. लेकिन सेकेंड वेव की तीव्रता और मारकता का अनुमान इसी ले लगा सकते हैं कि राज्य में दो महीने में यानि 31 मई 2021 तक कोरोना के दूसरे लहर ने तबाही मचा दी. शुरुआती दो महीने में ही कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 हजार 991 हो गयी और आज यह आंकड़ा 5 हजार 130 हो गया है. आज कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3 लाख 42 हजार 051 हो गयी है यानि सेकेंड वेव में 02 लाख 17 हजार 850 लोग संक्रमित हो गए.
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सरकारी तैयारियां पूरी पर लोगों की लापरवाही चिंता बढ़ाने वाली
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार और स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में है. लेकिन जनता फिर से लापरवाह हो चली हैं, ऐसे में यह समझने की जरूरत है कि कोरोना का खतरा अभी भी बना हुआ है और कई देश और राज्य में यह तेजी से फिर फैल रहा है.