रांची: 30 मार्च को होने वाले रामनवमी को लेकर देशभर के राम भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है. इसी को लेकर राजधानी रांची के सभी राम भक्त तैयारी में जुट चुके हैं. झारखंड का रामनवमी चर्चा में रहती है. खास कर हजारीबाग की रामनवमी सबसे ज्यादा चर्चा में होती है. रामनवमी को लेकर सदन से लेकर सड़क तक राजनीति भी होती दिख रही है.
इसे भी पढ़ें- Jharkhand News: रामनवमी जुलूस पर सियासत, भाजपा ने सदन के बाहर किया प्रदर्शन
रामनवमी जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था और बजने वाले डीजे को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से कई दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. इसको लेकर महावीर मंडल के सदस्य एवं शांति समिति की बैठक में शामिल हुए लोगों को बताया गया है. रांची महावीर मंडल के पूर्व अध्यक्ष और रामनवमी महोत्सव के वरिष्ठ सदस्य राजीव रंजन मिश्रा बताते हैं कि राजधानी रांची में वर्ष 1929 से ही शोभायात्रा और जुलूस निकाली जाती है. राम भक्तों के लिए सबसे बड़ी बात यही होती है कि भारी से भारी संख्या में लोगों को जुटाकर शोभायात्रा निकाला जाए ताकि रामनवमी का जुलूस भव्य और विशाल बन सके.
राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि जिस प्रकार से हर वर्ष रामनवमी में शोभा यात्रा निकाली जाती है, उसी प्रकार इस वर्ष भी निकाली जाएगी. कोरोना काल के दौरान दो वर्ष तक यह जुलूस नहीं निकाली जा सकी थी. लेकिन इस वर्ष रांची के करीब 650 अखाड़े में लोग रामनवमी की तैयारी में जुट चुके हैं. चैत्र नवरात्र शुरू होते ही रामनवमी की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी गई हैं.
महावीर मंडल के विभिन्न अखाड़ों के द्वारा जिला के विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक कार्य एवं छोटे कार्यक्रम किए जाते हैं. जिससे रामनवमी में निकलने वाले जुलूस में ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हो सके. 30 मार्च को निकलने वाले भव्य जुलूस को लेकर महावीर मंडल के सदस्यों ने बताया कि वह पूरी मर्यादा के साथ अपने जुलूस को निकालेंगे. डीजे बजाने को लेकर महावीर मंडल के सदस्यों ने कहा कि डीजे में अभद्र या फिर वैसे गानों को नहीं बजाया जाएगा जो सामाजिक एवं धार्मिक समरसता को खराब करता हो. राम नाम की धुन बजाने में किसी को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए, राम भक्तों के लिए राम का नाम ही उन्हें भक्ति का एहसास दिलाता है.
इसे भी पढ़ें- रामनवमी पर बीजेपी-कांग्रेस में रार, मनीष जायसवाल ने कहा- राम भक्तों को रोकना पड़ेगा महंगा, इरफान का पलटवार- दंगा फैलाती भाजपा
डीजे को लेकर आरोप-प्रत्यारोपः बता दें कि डीजे को लेकर सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देश को लेकर सदन में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा चुके हैं. एक तरफ भाजपा विधायक रामनवमी में प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को गलत बता रही है. वहीं दूसरी तरफ सत्ता में बैठे लोग इस प्रतिबंध को जरूरी बता रहे हैं. हजारीबाग के भाजपा विधायक मनीष जयसवाल ने रामनवमी के मौके पर डीजे बजाने को सही बताया तो वहीं कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने रामनवमी में डीजे बजाने का विरोध किया.
इसको लेकर महावीर मंडल के सदस्यों ने बताया कि राजनीति अपनी जगह है लेकिन राम भक्तों के लिए रामनवमी सबसे बड़ा पर्व है. ऐसे में सभी राम भक्तों परंपरा के अनुसार रामनवमी बनाएंगे और मर्यादा के साथ भव्य एवं विशाल जुलूस निकालने का काम करेंगे. हालांकि जिला प्रशासन की तरफ से भी सुरक्षा एवं निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिला प्रशासन की तरफ से शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी तरह का कोई चूक ना हो सके. हिंदू तिथि के अनुसार चैत्र माह की नवरात्रि के नौवें दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था और उसी दिन रामनवमी मनाई जाती है. इस वर्ष 30 मार्च को रामनवमी मनाई जा रही है और 22 मार्च को चैत्र माह की नवरात्रि की शुरुआत हो रही है.