रांचीः नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण (OBC reservation in Jharkhand) समाप्त किये जाने का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है. इसके खिलाफ गुरुवार को झारखंड बीजेपी ओबीसी मोर्चा की ओर से राजभवन के समक्ष धरना दिया गया. बीजेपी के नेताओं ने कहा कि निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू नहीं किया जाता है, तो पार्टी सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी.
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धरना पर बैठे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस दौरान हेमंत सरकार के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार का यह फैसला जनविरोधी है और इसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ना सिर्फ सड़क पर उतरेगी, बल्कि सदन में भी सरकार को घेरेगी. धरना पर बैठे भाजपा कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, सांसद आदित्य साहू, विधायक समरी लाल और नीरा यादव ने कहा कि सरकार के इस फैसले के विरोध जनता की मदद से बड़ा आंदोलन करेंगे.
राज्य सरकार ने अगले साल नगर निकाय चुनाव कराने का फैसला लिया है. इस चुनाव में ओबीसी आरक्षण खत्म कर दिया गया है, जिससे ओबीसी समाज नाराज हैं. पंचायत चुनाव के बाद नगर निकाय चुनाव में भी ओबीसी की सीट को सामान्य घोषित कर चुनाव कराने के निर्णय के पीछे सरकार की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं. एक तरफ राज्य सरकार सरकारी नौकरियों में ओबीसी आरक्षण 27 फीसदी करने की कवायद कर रही है. वहीं, दूसरी ओर नगर निकाय चुनाव में सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए ओबीसी आरक्षण के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है.
दरअसल, सरकार के इस निर्णय के पीछे कई वजह है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप सरकार ट्रिपल टेस्ट कराने से फिलहाल परहेज कर रही है. इसके पीछे राजनीतिक कारण हैं. झारखंड में ओबीसी की बड़ी आबादी है, जो सामाजिक आर्थिक दृष्टि से काफी मजबूत है. सरकार ट्रिपल टेस्ट कराने में लगने वाले समय का हवाला देकर इस बार भी वही निर्णय लिया है जो पंचायत चुनाव के वक्त लिया था. इस मौके पर बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता उपस्थित थे.